नई दिल्ली: देश में अभी पूरी तरह से कोरोना खत्म नहीं हुआ है. अभी भी रोजाना कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं. कोरोना के 256 एक्टिव केस मौजूदा समय में विभिन्न राज्यों में हैं. वहीं 31 अक्टूबर को 23 नए मामले पाए गए. कोरोना से अब तक देश में कुल 533293 लोगों की मौत हो चुकी है. इलाज के बाद कुल 44467751 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है. वहीं आईसीएमआर के रिसर्च में यह बात भी सामने आई कि, जो गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित हुए थे, उनमे हार्ट अटैक का भी खतरा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के एक अध्ययन का हवाला दिया और कहा कि जिन लोगों को पहले कोरोना का गंभीर सामना करना पड़ा था, उन्हें दिल के दौरे और कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए एक या दो साल तक अधिक परिश्रम नहीं करना चाहिए.
गुजरात में हाल ही में हृदय संबंधी समस्याओं के कारण कई मौतें हुई हैं, जिनमें नवरात्रि उत्सव के दौरान होने वाला ‘गरबा’ कार्यक्रम भी शामिल है. जिसके कारण राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल को हृदय रोग विशेषज्ञों सहित चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ बैठक करनी पड़ी.
रुशिकेश पटेल ने विशेषज्ञों से मौतों के कारण और उपचार का पता लगाने के लिए डेटा एकत्र करने को कहा था. जिसके बाद आईसीएमआर ने विस्तृत अध्ययन किया है. इस अध्ययन के अनुसार, जो लोग गंभीर कोविड संक्रमण से पीड़ित थे. उन्हें खुद को अधिक परिश्रम से दूर रखना चाहिए. उन्हें दिल के दौरे से बचने के लिए, थोड़े समय के लिए एक या दो साल तक कड़ी कसरत, दौड़ने और जोरदार व्यायाम से दूर रहना चाहिए. हार्ट अटैक से गुजरात में 12वीं कक्षा के छात्र वीर शाह, 28 वर्षीय रवि पांचाल और 55 वर्षीय शंकर राणा की मौत हो गई.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved