आईआईएम ने हासिल की एक और उपलब्धि, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में साझेदारी के साथ सांस्कृतिक अनुभवों का भी हो रहा है आदान-प्रदान
इंदौर। आईआईएम (IIM) इंदौर द्वारा बीते कुछ समय में कई तरह के नए पाठ्यक्रम तो शुरू किए ही, वहीं विदेशों में भी अपनी पहचान स्थापित करने में सफल हुआ है। अभी 30 देशों के अफसरों को साइबर क्राइम सहित कई गुर डिजीटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भारतीय तकनीक और आर्थिक सहयोग पाठ्यक्रम में सिखाए गए।
इस छह दिवसीय कार्यक्रम में होंडुरास, क्यूबा, कोस्टा रिका, निकारागुआ, सेंट लूसिया, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, ग्वाटेमाला, अल साल्वाडोर, डोमिनिकन गणराज्य, सूरीनाम, बोलीविया, ब्राज़ील, जमैका, लाओ पीडीआर, नाइजीरिया, मालदीव, कंबोडिया, मिस्र, वियतनाम (Honduras, Cuba, Costa Rica, Nicaragua, Saint Lucia, Saint Vincent and the Grenadines, Guatemala, El Salvador, Dominican Republic, Suriname, Bolivia, Brazil, Jamaica, Lao PDR, Nigeria, Maldives, Cambodia, Egypt, Vietnam) और श्रीलंका के 30 वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने इस पाठ्यक्रम के सफल समापन पर प्रसन्नता व्यक्त की। वरिष्ठ अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए, उन्होंने ज्ञान साझा करने, विविध संस्कृतियों को अपनाने और वैश्विक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए संस्थान के दृढ़ समर्पण पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम’ के दृष्टिकोण को अपनाते हुए, हम दुनिया को एक परिवार मानते हैं और ज्ञान हम सभी को जोड़ता है। शिक्षा हम सभी को एकजुट करने और संस्कृतियों को साझा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने भाग लेने वाले 20 देशों के साथ भारत के संबंधों के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पाठ्यक्रम हम सभी को नया सीखने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान करने और ज्ञान के प्रसार की साझा यात्रा के माध्यम से वैश्विक संबंधों को मजबूत करने के अवसर देते हैं और आईआईएम इंदौर आगे भी इस प्रकार के पाठ्यक्रम आयोजित करता रहेगा। प्रो. सौम्य रंजन दाश ने भी वसुधैव कुटुंबकम के अभिन्न भारतीय दर्शन पर जोर देते हुए सभी प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि सामूहिक सहयोग के माध्यम से ही समाज की बेहतरी हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा,एक साथ काम करके, हम एक ऐसा समाज बना सकते हैं जो सभी के लिए कल्याण, समृद्धि और सभी की प्रसन्नता को बढ़ावा दे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved