नई दिल्ली (New Dehli) । जियो मामी फिल्म फेस्टिवल (Jio Mami Film Festival)के दौरान प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra)ने बताया कि फिल्मों के चुनाव (selection of films)की उनकी प्रक्रिया समय और मौके (opportunities)के हिसाब से बदलती रहती है। एक्ट्रेस ने बताया कि इन चीजों में वह अपने अहंकार को आड़े नहीं आने देती हैं और बेपरवाह होकर ऑडिशन देती हैं। एक्ट्रेस ने कहा कि अगर उन्हें कोई स्क्रिप्ट पसंद आ जाए तो उन्हें ऑडिशन देने में हिचक नहीं होती और अपने कामयाबी को इस बीच में नहीं आने देती हैं।
खुद मांगा ऑडिशन का मौका
प्रियंका चोपड़ा ने बताया कि वो भी एक वक्त रहा है जब फिल्में खुद उनके पास आया करती थीं लेकिन एक वक्त वो भी रहा है जब उन्हें लड़ना पड़ता था और काम के लिए ऑडिशन देने पड़ते थे। फिल्म के नाम का जिक्र किए बगैर एक्ट्रेस ने कहा कि एक बार उन्हें एक स्क्रिप्ट अच्छी लगी थी और वह उस फिल्म में काम करना चाहती थीं। उन्होंने बताया कि एजेंट्स के जरिए उन्होंने फिल्ममेकर को कॉल करवाया था और कहा था कि उन्हें फिल्म के लिए ऑडिशन देने का मौका दिया जाए।
मैंने कुल तीन ऑडिशन दिए थे
एक्ट्रेस ने बताया कि फिल्ममेकर के साथ मुलाकात से हुई शुरुआत के बाद उन्हें कुल तीन ऑडिशन देने पड़े थे। एक्ट्रेस ने कहा, “दूसरा तब हुआ जब वह मेरे घर आए और हमने रीडिंग की और तीसरा तब जब हम स्टूडियो गए और मैंने अपना पार्ट किया।” प्रियंका चोपड़ा ने फिल्म फेस्टिवल में एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर के साथ बातचीत की और कहा कि उन्हें अपने सपने पूरे करने से डर नहीं लगता। उन्होंने कहा, “मेरी कामयाबी और गुरूर कभी भी मेरे सपनों के बीच नहीं आते।”
अहंकार सब खत्म कर देता है
प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि अहंकार सब खत्म कर देता है। एक्ट्रेस ने कहा कि बिना अहंकार के आगे बढ़िए। टीम को लेकर बढ़िए। दूसरों के पीछे खींचने की बजाए उनकी मदद करने की इच्छा होनी चाहिए। क्योंकि आप किसी चीज को लेकर इनसिक्योर हैं तो दूसरों को पीछे खींचते हैं। वर्क फ्रंट की बात करें तो शादी के बाद से प्रियंका चोपड़ा US में ही हैं और उनका प्राइम फोकस हॉलीवुड प्रोजेक्ट्स पर है। हिंदी फिल्मों में अब प्रियंका चोपड़ा ना के बराबर ही नजर आती हैं।
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