कोझिकोड (Kozhikode)। कांग्रेस के तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor, Lok Sabha MP from Thiruvananthapuram) अपने ताजा बयान के चलते चर्चा में हैं। केरल के कोझिकोड में उन्होंने हमास को आतंकवादी बताया है। केरल में उनकी पार्टी की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (Indian Union Muslim League) की एक रैली में थरूर ने ये बात कही है। थरूर मुस्लिम लीग की इस रैली में चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद थे। वहीं थरूर के इस बयान पर कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया(CPIM) ने विरोध जताया है। सीपीआई-एम के नेता एम मुनीर ने कहा कि हम फिलिस्तीन की उस रक्षा के साथ हैं। हमें डिफेंस और अटैक के बीच अंतर करने में सक्षम होना चाहिए।
थरूर ने ऐसा क्या कहा कि मच गया हंगामा
केरल के कोझिकोड में इंडियन मुस्लिम लीग की एकजुटता रैली कर रही थी। सांसद शशि थरूर इस रैली में बतौर चीफ गेस्ट आए थे। इस बीच उन्होंने इजरायल-हमास युद्ध के बारे में बात की। थरूर ने कहा कि 7 अक्टूबर को आतंकवादियों ने इजरायल पर हमला किया, 1,400 लोगों को मार डाला और 200 लोगों को बंधक बना लिया। इसके जवाब में इजरायल अब तक 6,000 लोगों को मार चुका है। उन्होंने गाजा को भोजन, पानी और ईंधन की आपूर्ति बंद कर दी है। अस्पतालों पर बमबारी की जा रही है। हर दिन निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। जो हो रहा है वह युद्ध कानूनों और जिनेवा संधि का उल्लंघन है।
थरूर ने कहा कि पिछले 19 दिनों में मरने वालों की संख्या पिछले 15 वर्षों में हुए हताहतों की तुलना में अधिक है। उन्होंने कहा, ‘अब तक लगभग 1,400 इजरायली और 6,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। वेस्ट बैंक क्षेत्र में कोई आतंकवाद नहीं देखा गया था। हालांकि, 102 फिलिस्तीनी लोग और एक इजरायली मारे गए।’ थरूर ने कहा कि इस मुद्दे को इस आधार पर मुस्लिम मुद्दे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए कि रैली का संचालन एक धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक पार्टी आईयूएमएल की ओर से किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि यह एक मुस्लिम मुद्दा है। यह मानवाधिकारों का मामला है। युद्ध कोई धर्म नहीं जानता। बमबारी में गाजा में ईसाई भी मारे गए।
थरूर के बयान और मच गया हंगामा
शशि थरूर के बयान से सीपीआई(एम) नाराज हो गई। उनके नेता एम मुनीर ने कहा कि जब भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस ने देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी, तो इसे ब्रिटिश इतिहास में आतंकवाद और चरमपंथ के कार्य के रूप में दर्ज किया गया। गाजा में, स्वतंत्रता के लिए फिलिस्तीन की लड़ाई साम्राज्यवादी ताकतों की नजर में आतंकवाद का एक कार्य होगा, लेकिन गाजा के बच्चे अब कहते हैं कि वे अब दिन में पाँच बार नहीं, बल्कि छह बार नमाज़ पढ़ रहे थे। बच्चे कहते हैं कि वे हर दिन ‘जनाजा’ करते हैं। फिलिस्तीन की लड़ाई स्वतंत्रता संग्राम है और इज़राइल की लड़ाई नरसंहार है। हम फिलिस्तीन की उस रक्षा के साथ हैं। हमें डिफेंस और अटैक के बीच अंतर करने में सक्षम होना चाहिए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved