नई दिल्ली। जनसेना पार्टी और टीडीपी 2024 चुनाव के मद्देनजर साझा रणनीति बना रही है। दोनों की योजना है कि आम चुनाव के दौरान उनका एक मेनिफेस्टो हो और दोनों उसके आधार पर ही डोर टू डोर कैंपेन करके लोगों से वोट मांगे। जनसेना पार्टी के मुखिया सिने अभिनेता पवन कल्याण हैं। जबकि टीडीपी चंद्रबाबू नायडू की पार्टी है।
दोनों दलों ने तय किया है कि वो एक साथ मिलकर पदयात्राएं निकालेंगी। इसके अलावा जिन राजनीतिक कार्यक्रमों की घोषणा दोनों दलों की तरफ से पहले ही की जा चुकी है, उन पर अमल किया जाता रहेगा। जनसेना पार्टी के चीफ पवन कल्याण, पार्टी की पीएसी के चेयरमैन नंदेला मनोहर, टीडीपी के नेशनल जनरल सेक्रेट्री नारा लोकेश, टीडीपी के आंध्र प्रदेश अध्यक्ष के अचनानायडू ने बीते दिन राजमहेंद्रवरम में इस बारे में फैसला किया था।
ध्यान रहे कि कुछ दिनों पहले ही अभिनेता और नेता पवन कल्याण ने गुरुवार को भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए से बाहर निकलने और टीडीपी का समर्थन करने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश को विकास के लिए जनसेना और टीडीपी की जरूरत है। उनका कहना था कि वो मान चुके हैं कि बीजेपी के साथ मिलकर ऐसा नहीं किया जा सकता है।
उनका कहना था कि टीडीपी एक मजबूत पार्टी है। आंध्र प्रदेश को सुशासन और विकास के लिए तेलुगु देशम पार्टी की जरूरत है। आज टीडीपी संघर्ष कर रही है और हम उनके साथ है। इस स्थिति में टीडीपी को जनसैनिकों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर टीडीपी और जनसेना हाथ मिला लें तो राज्य में वाईएसआरसीपी की सरकार डूब जाएगी। खास बात है कि टीडीपी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू इस समय जेल में बंद हैं। स्किल डेवलपमेंट स्कैम में अरेस्ट करने के बाद उनको जेल में रखा गया है।
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