जेरुसलम (Jerusalem)। इस्राइल-हमास युद्ध (Israel-Hamas war) तीसरे सप्ताह भी जारी है, जिसमें करीब 6000 लोगों की मौत (About 6000 people died) हो गई। इस बीच पेंटागन (Pentagon) ने बताया कि अमेरिका (America) ने एक मरीन कॉर्प्स जनरल (Marine Corps general) सहित सैन्य सलाहकारों (military advisers ) को इस्राइल भेजा (Sent Israel) है। सैन्य अधिकारी युद्ध की योजना बनाने में सहायता करेंगे। हालांकि, अमेरिकी अधिकारी युद्ध में शामिल नहीं होंगे।
पेंटागन ने बताया कि अमेरिकी सैन्य दल का नेतृत्व करने वाले मरीन कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल जेम्स ग्लिन के पास आईएसआईएस के खिलाफ लड़ने का भी अनुभव है। आईएस के खिलाफ जंग में उन्होंने विशेष अभियान बलों की सहायता की थी। ग्लिन इराक के फालुजा में भी युद्ध लड़ चुके हैं, जिसें सबसे गर्म शहरी युद्ध कहा जाता है। दुश्मन की कमर तोड़ने वाली योजना बनाने के साथ-साथ वे कॉलेट्रल डेमेज को भी कम करने की योजना बनाएंगे।
किर्बी ने ईरान पर साधा निशाना
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि ग्लिन और अन्य सैन्य अधिकारी अनुभवी है। सभी के पास युद्ध और सैन्य अभियान का पर्याप्त अनुभव है। ईरान सक्रिय रूप से हमलों को बढ़ावा दे रहा है। ईरान ही दूसरों को उकसा रहा है। ईरान संघर्ष का फायदा उठाना चाहता है।
हथियारों से लेकर पैसों के जरिए इस्राइल की मदद कर रहा अमेरिका
इससे पहले, अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने लड़ाई के शुरू होते ही इस्राइल के लिए हथियारों से लेकर आर्थिक मदद मुहैया कराने का एलान किया था। इस्राइली मीडिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि अमेरिका अपने हजारों सैनिक इस्राइल भेजेगा, जिससे क्षेत्र में व्यापक सैन्य ताकत व्यापक रूप से बढ़ेगी। इनमें दो अमेरिकी विमान वाहक और उनके संबंधित एस्कॉर्ट जहाजों की तैनाती शामिल है, जो लगभग 15,000 सैनिकों को ले जाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 4,000 नौसैनिकों और नाविकों वाली टास्क फोर्स की तैनाती की जानी है। वहीं करीब 2,000 सहायक सैनिकों को अलर्ट पर रखा गया है और कहा गया है कि वे कुछ दिनों के भीतर जाने के लिए तैयार रहें।
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