नई दिल्ली (New Delhi) । तृणमूल कांग्रेस (TMC) की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) को विपक्ष में कांग्रेस (Congress) के अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary) और कुछ अन्य नेताओं का साथ मिला है, लेकिन टीएमसी की चुप्पी रहस्यमय बनी हुई है। ज्यादातर विपक्षी दल भी उहापोह की स्थिति में हैं। मामले से जुड़े सूत्रों ने कहा, पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का मामला सामने आने के बाद तृणमूल ने महुआ से दूरी बना रखी है। जबकि विपक्ष की सहानुभूति उनके साथ है, लेकिन अभी उस तरह से मुखर साथ नहीं मिला है, जैसी अपेक्षा की जा रही थी। गौरतलब है कि महुआ मोइत्रा पर गुरुवार को आरोप और मजबूत हो गया, जब दुबई स्थित उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी ने हस्ताक्षरित हलफनामे में महुआ और उनके संपर्कों को स्वीकार किया। इसके बाद तृणमूल ने साफ कर दिया कि पार्टी इस मामले में नहीं पड़ेगी।
तृणमूल पार्टी एक नेता ने कहा कि महुआ के मामले में तृणमूल कोई टिप्पणी नहीं करेगी। पार्टी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देगी। पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी कोई टिप्पणी नहीं की है। इससे यह साफ हो गया कि तृणमूल महुआ पर लगे आरोपों से दूरी बनाने का रास्ता अपना रही है।
उधर, लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता व प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि महुआ मोइत्रा ने कुछ भी गलत किया है। सांसद सवाल उठाएंगे। लेकिन, अगर नापसंदगी का सवाल है तो उन्हें चुप करा दिया जाएगा। किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसा नहीं हो सकता। सूत्रों का कहना है कि तथ्यों को देखने और मामले में जांच का रुख देखने के बाद ज्यादातर विपक्षी दल अपनी राय स्पष्ट करेंगे।
आचार समिति महुआ मोइत्रा से भी जानेगी उनका पक्ष
तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रही लोकसभा की आचार संहिता समिति निशिकांत दुबे का पक्ष सुनने के बाद महुआ मोइत्रा को भी अपना पक्ष रखने के लिए बुलाएगी। निशिकांत दुबे को 26 अक्तूबर को समिति के सामने पेश होना है। दुबे ने एक खास औद्योगिक घराने को लेकर सवाल पूछने के बाद अब मोइत्रा के खिलाफ एक और परोक्ष आरोप लगाया है। दुबे ने बिना नाम लिए कहा है कि एक सांसद का संसदीय लॉगिन आईडी का दुबई में इस्तेमाल हुआ है।
26 अक्टूबर को पेश होंगे निशिकांत दुबे
भाजपा सांसद ने महुआ मोइत्रा को लेकर लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र के बाद अध्यक्ष ने यह मामला सदन की आचार संहिता समिति को सौंप दिया है। इस समिति के अध्यक्ष सांसद विनोद सोनकर हैं। सोनकर ने पूरे मामले की जांच शुरू करते हुए निशिकांत दुबे को अपने आरोपों के समर्थन में साक्ष्य देने के लिए 26 अक्तूबर को समिति के सामने पेश होने को कहा है। इसके बाद महुआ मोइत्रा को भी अपना पक्ष रखने को कहा जाएगा। इस बीच महुआ मोइत्रा ने समिति के अध्यक्ष सोनकर को भी आड़े हाथ लेते हुए मीडिया से सार्वजनिक रूप से बात करने को लेकर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही हीरानंदानी का हलफनामा माडिया में लीक होने की जांच करने की भी मांग की है।
बढ़ती जा रहीं महुआ की मुश्किलें
सूत्रों के अनुसार, यह मामला अब नया मोड़ भी ले सकता है, क्योंकि दुबे ने एक और आरोप लगाया है। हालांकि इसमें उन्होंने सीधे तौर पर नाम नहीं लिया है। भाजपा नेता ने एक्स पर पोस्ट में कहा है कि कुछ पैसे के लिए एक सांसद ने देश की सुरक्षा को गिरवी रखा। दुबई से संसद के आईडी खोले गए, उस समय कथित सांसद भारत में ही थे। पूरी भारत सरकार, देश के प्रधानमंत्री, वित्त विभाग, केन्द्रीय एजेंसियां इस एनआईसी का इस्तेमाल करते हैं।
दुबे ने एजेंसी का नाम नहीं बताते हुए पोस्ट में लिखा है कि क्या तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दलों को अब भी राजनीति करना है। निर्णय जनता करेगी। दूसरी तरफ मोइत्रा ने कहा था कि वह सीबीआई और आचार समिति उनको बुलाते हैं तो वे उनके सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हैं। उनके पास भाजपा के ट्रोल का जवाब देने के लिए न तो समय है और न ही रुचि है।
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