नई दिल्ली: अगले 24 घंटे के बाद इजरायल की सेना (israeli army) गाजा (Gaza) पर आजतक का सबसे बड़ा ऑपरेशन (The biggest operation till date) करने की तैयारी में है. इजराइल अब बंधकों को छुड़ाने के लिए हमास आतंकवादियों (hamas terrorists) के खिलाफ जमीनी हमला करने का जा रही है, जिसके लिए उसने अगले 24 घंटों के भीतर उत्तरी गाजा पट्टी से 11 लाख फिलिस्तीनियों (1.1 million Palestinians) को निकालने का निर्देश जारी किया है. इजराइल की तरफ से इस बारे में सबसे पहले संयुक्त राष्ट्र को बताया गया और उसने इस चेतावनी के बारे में शुक्रवार को साझा किया. इससे पहले कि इजराइली सेना ने सार्वजनिक निकासी आदेश भेजा था, जिसे अंतरराष्ट्रीय संगठन ने “असंभव” कहा था.
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने बताया, आज गाजा में मानवीय मामलों के समन्वय के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और सुरक्षा व संरक्षा विभाग के टीम नेताओं को इजराइली सेना ने सूचित किया गया कि वाडी गाजा के उत्तर में पूरी आबादी को दक्षिणी गाजा में अगले 24 घंटे के अंदर शिफ्ट कर दिया जाना चाहिए.
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि निर्देश के परिणामस्वरूप लगभग 11 लाख नागरिकों (गाजा की पूरी आबादी का लगभग आधा) को जगह खाली करने की आवश्यकता होगी. लगभग उसी समय इजराइल की सेना ने एक बयान जारी कर शहर में रहने वाले हजारों नागरिकों को गाजा पट्टी के दक्षिण में आगे बढ़ने का आदेश दिया और कहा कि हमास के आतंकवादी शहर के नीचे सुरंगों में छिपे हुए हैं.
डुजारिक ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र विनाशकारी मानवीय परिणामों के बिना इस तरह के आंदोलन को असंभव मानता है.” इतने कम समय में सूचना निकासी चेतावनी तब आई, जब इजराइल ने हमास के हमले का बदला लेने के रूप में गाजा पर 6,000 बमों से हमला किया. इजराइल ने गाजा के 23 लाख लोगों को भोजन, पानी, ईंधन और बिजली की आपूर्ति रोक दी है और इजराइल के ऊर्जा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की आजादी के बिना घेराबंदी में कोई कमी नहीं की जाएगी.
एक तरफ जहां हमास और इजराइल के बीच बड़े पैमाने पर संघर्ष का एक नया दौर शुरू हो गया है, वहीं लेबनान स्थित सशस्त्र समूंह हिजबुल्लाह द्वारा इजराइली सैन्य चौकी पर हमले के कारण ब्लू लाइन (जो लेबनान और इजराइल के बीच एक सीमा रेखा है) पर भी तनाव बढ़ रहा है. इजराइली सेना ने बताया कि इजराइली शहर अरब अल-अरामशे के पास एक सैन्य चौकी पर गोलाबारी की गई. मध्य पूर्व के सबसे शक्तिशाली मिलिशिया में से एक हिजबुल्लाह ने कहा कि वह पहले अपने कुछ लड़ाकों की हत्या के जवाब में इजराइल पर सटीक मिसाइलें दागने के लिए जिम्मेदार था.
इजराइल ने अपने उत्तरी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए सीमा के पास के शहरों में सुरक्षा बलों को तैनात किया है. ब्लू लाइन से पांच किलोमीटर के भीतर का क्षेत्र बहुत कम आबादी वाला है और अधिकांश व्यावसायिक सुविधाएं बंद हैं. लेबनानी सेना और लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (जिसे UNIFIL भी कहा जाता है) के बड़ी संख्या में सैन्य वाहन सीमांकन रेखा पर गश्त कर रहे हैं. 2000 में संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधिओं ने लेबनान और इजराइल के बीच सीमा रेखा के रूप में 121 किलोमीटर लंबी ब्लू लाइन खींची, जिससे इजराइल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स की सीमा पर एक विवादित गांव गजर दो भागों में विभाजित हो गया.
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