नई दिल्ली: अनिल अंबानी (Anil Ambani) के सितारे पहले से गर्दिश में चल रहे हैं. अब उन्हें एक और बड़ा झटका लगा है. सरकार (Government) की ओर से उन्हें कुल 922.58 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस (tax notice) भेजा गया है. जीएसटी चोरी और बकाया (GST evasion and arrears) पर नजर रखने वाले डीजीजीआई ने अनिल अंबानी को 4 अलग-अलग नोटिस भेजे हैं. उन्हें ये नोटिस रिलायंस कैपिटल की यूनिट रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी से जुड़े लेनदेन पर मिले हैं.
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआई) ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी (RGIC) को री-इंश्योरेंस कमीशन और को-इंश्योरेंस प्रीमियम पर लगने वाले जीएसटी को लेकर नोटिस भेजा है. इसी के साथ अनिल अंबानी की इस इंश्योरेंस कंपनी ने इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा उठाया, री-इंश्योरेंस सर्विसेस का इंपोर्ट किया और उस पर जीएसटी नहीं चुकाया. इसे लेकर भी नोटिस भेजा गया है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि डीजीजीआई ने अनिल अंबानी को 4 नोटिस भेजे हैं. इसमें उनसे 478.84 करोड़, 359.70 करोड़, 78.66 करोड़ और 5.38 करोड़ रुपये के जीएसटी बकाया की मांग की गई है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी को इसकी जानकारी अपने तिमाही परिणामों में देनी होगी.
अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल इस समय एनसीएलटी की कार्रवाई का सामना कर रही है. कंपनी के ऊपर कर्ज का भारी बोझ है. रिलायंस कैपिटल की सबसे बड़ी यूनिट रिलायंस जनरल इंश्योरेंस ही है. रिलायंस कैपिटल की वैल्यू का 70 प्रतिशत सिर्फ रिलायंस जनरल इंश्योरेंस ही है. अनिल अंबानी लंबे वक्त से संकट में हैं. पिछली बार उनकी टेलकॉम कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस जुड़े एक मामले में उनके ऊपर 500 करोड़ रुपये से ज्यादा चुकाने का दबाव बन गया था. ऐसा नहीं करने पर जेल जाने की नौबत आ गई थी, तब उनकी मदद करने उनके बड़े भाई मुकेश अंबानी सामने आए थे.
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