ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) में नारकोटिक्स अधीक्षक सेल्वा मुरूगन (Narcotics Superintendent Selva Murugan) ने आत्महत्या कर ली है। उन्होंने 4 अक्टूबर को सल्फास मिलाकर कोल्डड्रिंक (cold drink) पी ली थी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती (admitted to hospital) किया गया था। यहां इलाज के दौरान 7 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गई है। घटना मुरार थाना के बड़ागांव स्थित एमराल्ड ग्रीन सिटी टाउनशिप की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि मुरूगन ने गृह क्लेश के चलते यह खौफनाक कदम उठाया।
कुछ महीनों पहले भी मुरूगन आत्महत्या करने रेलवे स्टेशन पहुंच गए थे। उनका पत्नी से मामूली बात पर झगड़ा हुआ था। इस झगड़े में बात इतनी बढ़ गई थी कि नाराज होकर वे स्टेशन पहुंचे. दूसरी ओर, उनकी पत्नी भी बदहवास हालत में स्टेशन पहुंच गई थी. उस वक्त उन्होंने रेलवे के अधिकारियों और आरपीएफ को वाकया बताया था। उनकी बात से आरपीएफ तुरंत हरकत में आई थी और उन्हें ढूंढ निकाला था। आरपीएफ ने उन्हें रोका और समझाइश देकर थाने ले आई। उसने थाने में पति-पत्नी की काउंसलिंग की थी। दोनों के बीच सुलह कराकर घर भेज दिया था।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि, कुछ महीनों पहले ग्वालियर में नारकोटिक्स अधीक्षक सेल्वा मुरुगन का घर में पत्नी से झगड़ा हो गया था। झगड़े से नाराज होकर मुरूगन पत्नी से बोले कि वह ट्रेन से कटने जा रहे हैं। यह कहकर वे घर से निकल पड़े। ये देख पत्नी के होश उड़ गए थे। वह भी आनन-फानन में बदहवास रेलवे स्टेशन की तरफ भागी थी। पत्नी ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन डायरेक्टर लालाराम सोलंकी, चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर बलराम मीणा को पूरा माजरा बताया। महिला की बात सुनकर स्टेशन डायरेक्टर ने फौरन आरपीएफ को इसकी जानकारी दी।
यह खबर मिलते ही आरपीएफ सिपाही अतर सिंह अपने साथ महिला सिपाही को लेकर स्टेशन अधीक्षक के पास पहुंचे थे. मामले की जानकारी लेने के बाद वे नारकोटिक्स अफसर की पत्नी के साथ स्टेशन पर उन्हें तलाशने लगे। खोजबीन के दौरान दिखाई दिया कि नारकोटिक्स अधीक्षक सेल्वा मुरुगन ग्वालियर स्टेशन के झांसी एंड पर पटरियों की तरफ जा रहे थे। आरपीएप सिपाहियों ने नारकोटिक्स अफसर को वहीं रोक लिया।
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