केन्या: अफ्रीकी देश केन्या (kenya) के एक स्कूल (School) में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक साथ 95 छात्राओं (95 girl students) के पैरों को अचानक लकवा (Paralyze) मार गया, जिसके कारण छात्राएं लंगड़ा कर चलने पर मजबूर हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घटना काउंटी के सेंट थेरेसा एरेगी गर्ल्स हाई स्कूल की बताई जा रही है. सभी छात्राओं को अस्पताल (Hospital) में भर्ती कराया गया है. वहीं, छात्राओं के पैर में लकवा मारने की वजह अब तक पता नहीं चल पाई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अचानक इन लड़कियों के पैर सुन्न हो गए. जिसके बाद लड़कियां अपने पैरों पर सही तरीके से खड़े होने में असमर्थ हो गईं. इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें लड़कियों को लंगड़ाकर और लड़खड़ाकर कर चलते हुए देखा जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बीमारी की वजह तलाशने की कोशिश जारी है. वहीं, जिस स्कूल में यह घटना हुई है, उसे अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पैरों में लकवा मारने की वजह से स्कूली लड़कियों को चलने में दिक्कत हो रही थी और उन्हें ऐंठन भी महसूस हो रही थी. लेकिन असल में यह बीमारी क्या है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. हालांकि कई एक्सपर्ट इसे मास हिस्टीरिया का नाम दे रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, सभी छात्राओं के यूरिन और ब्लड के सैम्पल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं.
VIDEO: A significant number of students from St. Theresa’s Eregi Girls High School in Kenya have been admitted to the hospital due to an unexplained ailment. The majority of these girls are reportedly experiencing paralysis in their legs, leaving them incapable of walking. #kenya pic.twitter.com/1sPuMbIzPH
— Prince Carlton 🇺🇸 (@_PrinceCarlton_) October 5, 2023
वहीं, शिक्षा से संबंधित अधिकारियों ने संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि इस साल के अंत में होने वाली परीक्षा के डर से ज्यादातर छात्राओं में इस तरह की दिक्कत आ रही है. उधर, केन्या के अधिकारियों ने पीड़ित छात्राओं के माता-पिता और अभिभावकों से अपने बच्चों के स्वास्थ्य की बारीकी से निगरानी करने का आग्रह किया है. केन्या के स्वास्थ्य मंत्री सुशन नाखुमिचा ने इस घटना को लेकर कहा है कि घबराने की बात नहीं है, बीमारी को लेकर जांच की जा रही है. अभी इस संबंध में ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं ताकि रोग के बारे में पहचान हो सके.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved