नई दिल्ली (New Delhi) । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को अदालत (court) में कहा कि संजय सिह (Sanjay Singh) के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मिलने पर ही उनकी गिरफ्तारी हुई है। अपने दावे को उचित ठहराते हुए ईडी ने सरकारी गवाह बने कारोबारी दिनेश अरोड़ा (Dinesh Arora) का नाम लिया। इस पर सिंह ने सवाल करते हुए कहा कि आरोपी दिनेश अरोड़ा और अमित के ईडी (ED) ने दस से ज्यादा बार बयान दर्ज किए, लेकिन इस बीच दोनों भाइयों को मेरा नाम याद नहीं रहा। डेढ़ साल बाद मेरा नाम लिया जाना चौंकाता है।
जवाब में ईडी ने कहा कि दिनेश अरोड़ा बहुत डरा हुआ था। संजय सिंह के प्रभावशाली पद को देखते हुए उसने लंबे समय तक उनका नाम नहीं लिया। अरोड़ा का कहना है कि विजय नायर ने उसे धमकी दी थी कि वह संजय सिंह के नाम का खुलासा ना करे। यही कारण है कि डेढ़ साल तक अरोड़ा ने चुप्पी साधे रखी। ईडी ने अदालत को बताया कि दिनेश अरोड़ा ने एक अक्तूबर को उसके सामने संजय सिंह को दी गई तीन करोड़ रुपये की रकम का खुलासा किया है।
अदालत ने भी उठाए सवाल
इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने ईडी की जांच को लेकर सवाल उठाए। अदालत ने कहा कि फोन जांच एजेंसी जब्त कर चुकी है। सीडीआर भी निकाल ही लेंगे। इस पर आरोपी से क्या पूछताछ करनी है। अदालत ने ईडी से यह भी पूछा कि क्या संजय सिंह के कर्मचारियों का बयान दर्ज किया गया है। अदालत ने यह भी कहा कि जांच एजेंसी के अनुसार इस रकम का लेनदेन अगस्त 2021 से अक्तूबर 2021 के बीच हुआ।
डिजिटल साक्ष्य मिले
– एक-एक करोड़ रुपये दो किस्तों में संजय सिंह के घर पहुंचाए गए। एक करोड़ रुपये इंडो स्प्रिट कार्यालय पर दिए गए।
– दिनेश के मुताबिक लेन-देन की बात मोबाइल फोन पर स्वीकारी गई।
– संजय सिंह के कर्मचारी सर्वेश को यह रकम सौंपी गई।
– तीन लोगों से संजय सिंह का आमना-सामना कराना है।
– संजय सिंह के घर में छानबीन के दौरान डिजिटल साक्ष्य मिले हैं।
– मोबाइल फोन जब्त किया गया है। कुछ कान्ट्रेक्ट नंबर मिले हैं।
कोई सबूत नहीं
– उनके मुवक्किल को एक ऐसे व्यक्ति की गवाही पर गिरफ्तार कर लिया गया, जोकि खुद इस मामले का आरोपी था।
– किसी भी मामले की जांच लम्बी चलती है। बगैर ठोस सबूत के उनके मुवक्किल को गिरफ्तार करना कितना उचित है। यह अदालत तय करे।
– संजय सिंह पर यदि संदेह था तो जांच एजेंसी को उन्हें समन कर पूछताछ के लिए बुलाना चाहिए था। एक दिन में ऐसा क्या हुआ कि गिरफ्तारी कुछ ही घंटों में कर ली।
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