डेस्क. पितृपक्ष दौरान श्राद्ध कर्म, तर्पण और पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। पितृ पक्ष 15 दिनों तक चलते हैं। माना जाता है कि इस दौरान हमारे पूर्वज मृत्युलोक पर हमसे मिलने आते हैं। पितृपक्ष के दौरान यदि आपको अपने आसपास यह संकेत दिखाई देते हैं, तो इसका अर्थ हो सकता है कि आपके पितृ आपके आसपास ही मौजूद हैं। इसने में कुछ संकेत शुभ माने जाते हैं तो कुछ अशुभ भी हो सकते हैं।
यदि घर में अचानक पीपल का पेड़ (Ficus tree) निकल आए तो, यह संकेत होता है कि आपके पितृ आपके आसपास ही मौजूद है। इसका एक संकेत यह भी हो सकता है कि आपके पितृ आपसे नाराज हैं। ऐसे में आपको पीपल का पेड़ हटाने की बजाए पितृ दोष से मुक्ति के लिए उपाय करने चाहिए।
पितृपक्ष के दौरान यदि अचानक से आपके घर में बहुत-सी लाल चीटियां (Red Aunt) दिखाई देती हैं और आपको उनके आने का कारण नहीं पता चलता तो यह भी पितरों की मौजूदगी का संकेत हो सकता है। क्योंकि माना गया है कि आपके पितृ चीटियों के रूप में आपसे मिलने आते हैं। ऐसी स्थिति में आपको चीटियों को आटा डालना चाहिए। इससे पितरों को शांति मिलती है।
तुलसी (Tulsi) को हिंदू धर्म में विशेष स्थान दिया जाता है। ऐसे में यदि अचानक आपके घर की तुलसी अचानक सूखने लगती है तो यह भी पितरों की मौजूदगी का संकेत हो सकता है। साथ ही यह पितरों की नाराजगी का भी संकेत होता है। ऐसे में आपको पितरों की शांति के लिए उपाय करने चाहिए। पितरों के नाम पर पितृ पक्ष के 16 दिनों तक भजन निकालें और उन्हें जल अर्पित करें। इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
अगर आपको अपने घर के आसपास अचानक से काला कुत्ता दिखाई देता है, तो यह आपके आसपास पितरों की मौजूदगी का संकेत हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि काला कुत्ता पितरों का संदेशवाहक हो सकता है। इस संकेत को शुभ माना गया है। इसका अर्थ है कि आपके पितृ आपसे प्रसन्न हैं।
पितृ पक्ष में कौए का विशेष महत्व होता है। यदि पितृ पक्ष के दौरान कौआ आपके घर में आकर भोजन ग्रहण करता है तो इसका अर्थ यह है कि आपके पूर्वज आपके आसपास मौजूद है और वह आपको अपना आशीर्वाद दे रहे हैं। इसलिए पितृपक्ष में रोजाना कौए के लिए भोजन निकालना चाहिए। ऐसा करने पर आपके ऊपर पितरों की दया दृष्टि बनी रहती है।
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