निगम घोषित कर चुका है जर्जर, नवनिर्माण की योजना भी बन गई, खाली करने के बजाय खतरे में रह रहे लोग
इंदौर। एमआईजी कालोनी (MIG Colony) में बनी हाउसिंग बोर्ड (Housing Board) की पुरानी इमारतों को हाईराइज बनाने के मामले में भले ही भोपाल में सहमति हो गई हो, लेकिन काम आगे नहीं बढऩे के कारण यहां के लोगों का जीवन अब असुरक्षित होने लगा है। कल भी एक फ्लैट का प्लास्टर ऐसा गिरा कि वहां रह रहे लोग बाल-बाल बच गए।
नगर निगम इन बिल्डिंगों को पहले ही जर्जर घोषित कर चुका है। जब भी यहां की बिल्डिंग तोडऩे की बात सामने आई तो बिल्डिंग के नीचे रहने वाले लोगों ने इसका विरोध किया। दरअसल नीचे जो लोग रह रहे हैं, उन्होंने फ्लैट की निर्धारित जगह के अलावा एमओएस के क्षेत्र में दुकानें और मकान बना रखे हैं, वे इसे तोडऩे नहीं देना चाहते। इसको लेकर कई सालों से विवाद भी चल रहा है। जनप्रतिनिधियों के कारण यह मामला अभी ठंडा पड़ा है, लेकिन बिल्डिंग जर्जर होने के कारण बार-बार यहां कभी छत का प्लास्टर तो कभी बाहर की गैलरी उखड़ रही है। कल भी एक इमारत के फ्लैट की छत ऐसी गिरी कि उसमें रहने वाले लोग बच गए। अगर वे नीचे बैठे होते तो वे दुर्घटनाग्रस्त हो सकते थे। यहां रहने वाले अधिकांश लोग चाहते हैं कि यहां की इमारतें तोडक़र हाईराइज बनें, लेकिन कुछ लोगों के विरोध के चलते काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। पिछले दिनों ही इमारत को हाईराइज बनाने के मामले में भोपाल में सैद्धांतिक सहमति बन गई है और आगे की कार्रवाई बोर्ड ने शुरू कर दी है।
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