जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने छात्राओं के हित में बड़ा फैसला लिया है. माना जा रहा है देश में पहली बार किसी संस्थान ने यह फैसला लिया है. काफी समय से युवतियों और महिलाओं के पीरियड्स यानी मासिक धर्म की अवधि के दौरान अवकाश को लेकर चर्चा हो रही थी. धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का ये फैसला देश में एक नया मानक स्थापित कर सकता है.
यूनिवर्सिटी की तरफ से बताया गया है कि मासिक धर्म के दौरान छात्राओं को अवकाश देने का आदेश पारित कर दिया गया है. धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के इस फैसले के मुताबिक पीरियड्स के दौरान यहां की छात्राओं को सेमेस्टर के हिसाब से अवकाश मिला करेगा. लॉ यूनिवर्सिटी के इस फैसले का छात्राओं ने भी खुलकर स्वागत किया है.
छात्राओं को मिलेगा 6 दिनों का अवकाश
धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रवीण त्रिपाठी ने इस संबंध में एक लिखित आदेश भी जारी कर दिया है. बताया जा रहा है कि लंबे समय से यहां छात्राएं पीरियड्स लीव की मांग कर रही थीं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने काफी विचार विमर्श के बाद फैसला लिया, जिसके मुताबिक सेमेस्टर के हिसाब से पीरियड्स के दौरान 6 दिनों का अवकाश दिया जायेगा. इससे अवकाश लेने के दौरान ना तो छात्राओं को पढ़ाई का नुकसान होगा और ना ही उनकी हाजिरी पर ही फर्क पड़ेगा.
एक्ट के प्रावधान के मुताबिक छुट्टियां
धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के प्राचार्य शैलेश एन हेडली का कहना है यह फैसला एक्ट के प्रावधान के मुताबिक लिया गया है. उनका कहना है कि एक्ट में बताया गया है कि छात्र-छात्राओं की सुविधाओं के लिहाज से प्रशासन निर्णय ले सकता है. इसी के आधार पर 6 से 7 अलग-अलग श्रेणियां बनाई गई हैं जिनके आधार पर छात्राओं का अवकाश मंजूर होगा.
छात्राओं ने अवकाश के लिए किया आवेदन
लॉ यूनिवर्सिटी के इस फैसले से छात्राएं काफी उत्साहित हैं. छात्राओं ने अपने विश्वविद्यालय प्रशासन और अधिकारियों का आभार जताया है. जानकारी के मुताबिक छात्राओं ने पीरियड्स लीव के लिए आवेदन भी करना शुरू कर दिया है. छात्राओं का मानना है मासिक धर्म के दौरान उन्हें काफी दिक्कतें होती हैं. उन मुश्किल दिनों में शारीरिक और मानसिक तौर पर राहत मिलना काफी जरूरी है.
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