वाशिंगटन (Washington)। विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) अमेरिका (America) के पांच दिवसीय दौरे (five-day visit) पर हैं। उनके इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। वह लगातार कई महत्वपूर्ण मंचों से कनाडा को बखूबी जवाब दे रहे हैं. खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Khalistani terrorist Hardeep Singh Nijjar) की हत्या में भारत की भूमिका के आरोपों पर वह कनाडा की कलई खोलने में लगे हैं।
उन्होंने न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में एक बार फिर कनाडा को जवाब देते हुए कहा कि वह (कनाडा) पहले निजी तौर पर और फिर सार्वजनिक तौर पर आरोप लगाता है. उनके आरोप निराधार हैं. हमने कनाडा से सबूतों की मांग की है. हमें उनके सबूतों का इंतजार है. अगर कनाडा कुछ सबूत देता है तो हम उस पर गौर करेंगे।
कनाडा में बना टॉक्सिक कॉम्बिनेशन
जयशंकर ने कहा कि कनाडा एक ऐसा देश बन गया है, जहां भारत में संगठित अपराध में शामिल लोग कनाडा का रुख कर रहे हैं. इसके साथ ही मानव तस्करी, अलगाववाद, हिंसा और आतंकवाद का एक कॉकटेल कनाडा में चरम पर है. यह एक तरह से इन मुद्दों और लोगों का टॉक्सिक कॉम्बिनेशन बन गया है, जिन्हें कनाडा में पूरा स्पेस मिल रहा है।
कनाडा में हमारे राजनयिक असुरक्षित
जयशंकर ने कहा कि कनाडा के आरोप निराधार हैं. कनाडा सियासी मजबूरी में आतंकियों को अपने यहां शरण दे रहा है. हमें लगता है कि कनाडा में आतंकियों और हिंसा की वकालत करने वालों के माकूल माहौल है. उन्हें कनाडा की राजनीति की वजह से खुला माहौल मिलता है. हमारे लिए यकीनन कनाडा एक ऐसा देश है जहां भारत से संगठित अपराध लोगों की तस्करी, अलगाववाद और हिंसा के साथ मिश्रित है।
उन्होंने कहा कि आज मैं उस स्थिति में हूं, जहां मेरे राजनयिक दूतावास जाते हुए असुरक्षित महसूस करते हैं. उन्हें सार्वजनिक तौर पर धमकाया जाता है. इस वजह से मुझे कनाडा में वीजा प्रक्रिया को अस्थाई तौर पर सस्पेंड करने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
ब्लिंकन से कनाडा मुद्दे पर हुई थी बात
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि गुरुवार को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से उनकी मुलाकात हुई थी. इस दौरान खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि हा, हम लोगों के बीच बातचीत हुई थी. अमेरिका ने इस पूरे मुद्दे पर अपने रुख को हमसे साझा किया था. मुझे लगता है कि हम दोनों के बीच बेहतर तरीके से इस पर चर्चा हुई।
संयुक्त राष्ट्र में विश्वसनीयता की कमी
विदेश मंत्री जयशंकर ने इस दौरान संयुक्त राष्ट्र पर भी कहा कि हमारा मानना है कि संयुक्त राष्ट्र में सबसे अधिक आबादी वाला देश सुरक्षा परिषद में नहीं है. विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था सुरक्षा परिषद में नहीं है. पचास से अधिक देशों वाला महाद्वीप भी सुरक्षा परिषद में नहीं है. संयुक्त राष्ट्र में यकीनन विश्वसनीयता की कमी है।
क्या है मामला?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 19 सितंबर को कनाडा की संसद में निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि बीते कुछ हफ्तों से कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर और भारत सरकार के संभावित कनेक्शन के विश्वसनीय आरोपों की सक्रिय तौर पर जांच कर रही हैं. कनाडा कानून का पालन करने वाला देश है. हमारे नागरिकों की सुरक्षा और हमारी संप्रभुता की रक्षा करना हमारा मौलिक कर्तव्य है. हालांकि, कनाडाई सरकार की ओर से ऐसे कोई भी साक्ष्य सार्वजनिक नहीं किए गए हैं कि निज्जर की हत्या में भारत का हाथ है।
इसके बाद कुछ दिनों पहले एक बार फिर ट्रूडो ने भारत पर लगाए आरोपों को दोहराया था. उन्होंने न्यूयॉर्क में कहा था कि मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि इन आरोपों को हाउस ऑफ कॉमन्स के पटल पर लाने का निर्णय हल्के में नहीं लिया गया था. इसे बहुत ही गंभीरता से लिया गया था. निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ है. मुझे लगता है कि एक निष्पक्ष न्यायिक प्रणाली वाले देश के तौर पर यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम बेहद ईमानदारी के साथ काम करें।
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