नई दिल्ली: महिला आरक्षण बिल को लेकर राजस्थान के जयपुर में विपक्ष पर कटाक्ष करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार ने मंगलवार (26 सितंबर) को पलटवार किया.
पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने कहा, ”साल 1993 में हमने महिलाओं को आरक्षण दिया था. महाराष्ट्र देश में पहला राज्य था जिसने महिलाओं को रिजर्वेशन दिया. शायद ये बात पीएम नरेंद्र मोदी को मालूम नहीं है.” दरअसल पीएम मोदी ने सोमवार (25 सितंबऱ) को दावा किया था कि विपक्षी दलों ने महिला आरक्षण बिल का आपके (महिलाओं) के दबाव में समर्थन किया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने आगे कहा, ”कल देश के प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने ये कहा कि संसद में महिला आरक्षण का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया. संसद के दो सदस्यों को छोड़ दिया जाए तो बाकी किसी ने भी महिला आरक्षण बिल का विरोध नही किया. हमारा एक सुझाव और मांग थी कि संविधान संशोधन के दौरान ओबीसी को भी इसमें मौका दिया जाना चाहिए.”
शरद पवार ने बताया कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान 73वें संविधान संशोधन के बाद स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत कोटा प्रदान किया गया था. जब मैं रक्षा मंत्री था तो तब सेना, नौसेना और वायुसेना में महिलाओं को 11 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पीएम मोदी को इस संबंध में ठीक से जानकारी नहीं दी गई. इस कारण उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ ऐसे बयान दिए.
भारत और कनाडा के बीच खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर विवाद जारी है. इस बीच शरद पवार ने कहा कि मैं एक भारतीय नागरिक और संसद का सदस्य होने के नाते भारत सरकार की विदेश नीति का पूरा समर्थन करता हूं.
पीएम मोदी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस और उसके नए घमंडिया गठबंधन ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक का दबाव में समर्थन किया क्योंकि इनके पास कोई रास्ता नहीं था. बता दें कि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, एनसीपी और टीएमसी सहित 28 दलों वाला विपक्षी गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ है. इसी को पीएम मोदी घमंडिया गठबंधन कहते हैं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved