भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर (Sheopur) जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park) में चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों को एक के बाद बड़े बाड़े में छोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में रविवार को एक मादा चीता वीरा (Female Cheetah Veera) का भी पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण (complete health checkup) करने के बाद प्रोटोकाल का पालन करते हुए सॉफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ा गया है।
मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक असीम श्रीवास्तव ने रविवार देर शाम जानकारी देते हुए बताया कि चीता वीरा को बोमा छोड़ने से पहले सेटेलाइट कॉलर पहनाया गया। स्वास्थ्य परीक्षण के लिये मादा चीता वीरा को क्वारेंटाइन बोमा में रखा गया था। उन्होंने बताया कि मादा चीता वीरा को बोमा में छोड़ने का कार्य वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कूनों में पदस्थ वन्य प्राणी चिकित्सकों की टीम द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। कूनों अभयारण्य में सभी चीते स्वस्थ हैं।
दरअसल, बीते गुरुवार को गुरुवार को दो और चीतों – नर चीता पावक और मादा चीता धीरा को पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद प्रोटोकाल का पालन करते हुए सॉफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ा गया था। इससे पहले सोमवार को भी दो चीतों वायु और अग्नि को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें साफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ा गया था। इस तरह एक सप्ताह में पांच चीतों को कूनो उद्यान के बड़े बाड़ों में छोड़ा जा चुका है।
गौरतलब है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को लाकर बसाया गया था। इनमें से एक मादा चीता ने यहां चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह यहां चीतों की संख्या बढ़कर 24 हो गई थी, लेकिन इस साल मार्च से जुलाई के बीच चार माह में एक के बाद नौ चीतों की मौत हो गई थी। इनमें छह चीते और तीन शावक शामिल हैं। इसके बाद चीता विशेषज्ञों की सलाह पर कूनो प्रबंधन ने शेष बचे एक शावक सहित सभी 15 चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया था। इसके लिए उन्हें खुले जंगल और बड़े बाड़े से ट्रेंकुलाइज करके छोटे-छोटे क्वारंटाइन बोमा में रखा गया था। स्वास्थ्य परीक्षण पूरा होने के बाद अब चीतों को दोबारा बड़े बाड़ों में रिलीज किया जा रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved