नई दिल्ली (New Dehli)। हिंदू धर्म (Hindu Religion)में भगवान गणेश की पूजा बहुत विधि विधान पूर्वक (lawfully)की जाती है. धार्मिक (Religious)मान्यता के मुताबिक, कोई भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य करने से पहले भगवान गणेश (Lord Ganesha)की वंदना की जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है. जबकि इस पर्व की 10 दिनों तक बहुत ही धूमधाम रहती है.
अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम के मुताबिक, धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा आराधना करने से घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है. इस साल के गणेश चतुर्थी पर कई शुभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है, जिसमें रवि योग समेत कई शुभ संयोग भी बना रहे हैं. इन शुभ योग में भगवान गणेश की पूजा आराधना करने से जातक को अच्छे पुण्य की भी प्राप्ति होती है. इसके अलावा गणेश चतुर्थी के दिन इन शुभ योग के निर्माण होने से दो राशि के जातक को गणपति बप्पा मालामाल कर देंगे.
गणेश चतुर्थी पर रवि योग का हो रहा है निर्माण
अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम ने बताया कि इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर को मनाया जाएगा. गणेश चतुर्थी पर इस साल रवि योग का निर्माण भी हो रहा है. इस योग का शुभारंभ सुबह 6:08 से शुरू होकर दोपहर 1:48 पर समाप्त होगा. इस दौरान गणपति बप्पा की पूजा आराधना करने से कई गुना फल की प्राप्ति भी मिल सकती है. इतना ही नहीं गणेश चतुर्थी के दिन स्वाति नक्षत्र का निर्माण भी हो रहा है. रवि योग और स्वाति नक्षत्र होने से दो राशि के जातक पर भगवान गणेश की असीम कृपा बरसाने वाली है, जिसमें मकर राशि और कुंभ राशि के जातक शामिल हैं.
मकर राशि: गणेश चतुर्थी के दिन मकर राशि के जातकों पर गणपति बप्पा का आशीर्वाद बना रहेगा. सभी कार्यों में सिद्धि प्राप्त होगी. रुका हुआ कार्य पूरा होगा. वहीं, व्यापार में वृद्धि होगी और आय के स्रोत बढ़ेंगे.
कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों के लिए गणेश चतुर्थी का दिन बहुत अच्छा रहने वाला है. अगर कुंभ राशि के जातक नए कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं, तो उनके लिए गणेश चतुर्थी का दिन बहुत शुभ माना जाता है. इस राशि के जातक में आए की वृद्धि होगी परिवार में सुख सौभाग्य और धन की प्राप्ति होगी. दांपत्य जीवन में खुशियां रहेंगी.
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