बालाघाट: चुनावी राज्य मध्यप्रदेश (electoral state madhya pradesh) में अब दल बदल का खेल शुरू हो गया है. अपनी महत्वकांक्षा के चलते नेता भी अपनी पार्टी छोड़ अन्य पार्टियों की ओर रुख कर रहे हैं. प्रदेश के दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस (BJP and Congress) पार्टी में कार्यकर्ताओं, नेताओं की अदला-बदली शुरू हो गई है, लेकिन इसका विरोध भी हो रहा है. इसका एक उदाहरण बालाघाट जिले के कटंगी विधानसभा क्षेत्र (Katangi Assembly Constituency) में देखने मिल रहा है.
बता दें कि पिछले महीने कटंगी विधानसभा से बेजीपी की और से पूर्व सांसद बोधसिंह भगत का नाम उछला था. किंतु कुछ समय बाद बोधसिंह भगत को ये एहसास हुआ कि उनको कटंगी विस से टिकट नहीं मिलने वाली तो उन्होंने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का निर्णय ले लिया. जानकारी के मुताबिक पूर्व सांसद बोधसिंह भगत 20 सितंबर को भोपाल में पीसीसी कार्यालय में कांग्रेस की सदस्यता लेंगे. इसको लेकर उनकी एआईसीसी जनरल सेक्रेटरी और प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से उनकी चर्चा हो गई है. वहीं इसका विरोध भी कांग्रेस में शुरू हो गया है.
कांग्रेसियों कहना है कि बोधसिंह भगत कटंगी विस क्षेत्र से भाजपा द्वारा टिकट ना दिए जाने के कारण कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले रहे हैं. जिसकी लेकर कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष मानसिंह चौहान ने पार्टी को चेताया कि यदि बोधसिंह भाऊ को टिकट दी जाती है तो उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा. पार्टी ने जिले की सभी विधानसभा सीटों का सर्वे कराया था. जिस सर्वे रिपीट में कटंगी विस से बोधसिंह भाऊ का नाम नहीं था.
वहीं मीडिया रिपोर्ट से ये खबर भी आ रही है कि बड़ी संख्या में कटंगी क्षेत्र के कांग्रेसी नेता, कार्यकर्ता भोपाल पहुंचकर इसका विरोध भी दर्ज करने वाले है. गौरतलब है कि पहले पूर्व सांसद बोधसिंह भगत को भाजपा ने संभावित उम्मीदवार बताया था. इसके बाद उन्होंने जनसंपर्क भी शुरू किया, लेकिन भाजपाईयों ने इसका विरोध किया था.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved