नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नए सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले रविवार को नए संसद भवन के गज द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे. हालांकि, कार्यक्रम में कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी सांसद राहुल गांधी मौजूद नहीं थे. कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने जरूर हिस्सा लिया.
जब मीडिया कर्मियों ने अधीर रंजन चौधरी से मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की अनुपस्थिति के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, ‘मैं यहां पर मौजूद हूं, क्या यह काफी नहीं है? अगर मैं किसी काम का नहीं हूं, तो मुझे बता दीजिए, मैं यहां से चला जाऊंगा.’ आगे उन्होंने पत्रकारों को सलाह देते हुए कहा, ‘आप लोगों को जो यहां मौजूद हैं उन पर ध्यान देना चाहिए.’ गौरतलब है कि कांग्रेस ने नए संसद भवन में ध्वजारोहण कार्यक्रम का आमंत्रण देर से मिलने का आरोप लगाया था.
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि जब पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और सोनिया गांधी को आमंत्रण मिला उस वक्त वे कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए हैदराबाद में मौजूद थे. राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी को पत्र लिखकर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, ‘मैं यह पत्र इस निराशा के साथ लिख रहा हूं कि नए संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह के लिए आपका निमंत्रण मुझे काफी देर शाम को मिला. पूर्वनिर्धारित कार्यक्रमों के चलते मेरे लिए ध्वजारोहण समारोह में शामिल होना संभव नहीं होगा.’
इस मुद्दे पर जब मीडिया कर्मियों ने संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘निमंत्रण जल्दी भेजा गया था. अधीर रंजन कैसे आए? लेकिन मल्लिकार्जुन नहीं. कांग्रेस हमेशा राजनीति करना चाहती है. यही तर्क टीएमसी जैसे कुछ अन्य विपक्षी दलों द्वारा भी दिया गया था.’ सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है. यह बैठक इस चर्चा के बीच होगी कि क्या केंद्र संसद के विशेष सत्र के दौरान कोई आश्चर्यजनक प्रस्ताव पेश करेगा. सरकार संसद के विशेष सत्र को लेकर विपक्षी दलों को जानकारी देगी और उनकी राय सुनेगी.
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