नई दिल्ली: 17 सितंबर को नए संसद भवन में विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर विशेष सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले औपचारिक तौर पर तिरंगा फहराने की योजना बनाई जा रही है. विश्वकर्मा पूजा के मौके पर हर निर्माणाधीन इमारत में पूजा का आयोजन होता है लेकिन इस बार संसद की नई इमारत में तिरंगा फहराने का कार्यक्रम रखा गया है. ये कार्यक्रम पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से आयोजित किया गया है. 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है.
संसद भवन से जुड़े सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने नई इमारत का निर्माण किया है और इस विभाग ने तीन औपचारिक प्रवेश द्वारों में से एक, गज द्वार के सामने राष्ट्रीय ध्वजारोहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी है. संसद की नई इमारत में इस तरह का पहला और औपचारिक ध्वजारोहण होगा.
पुरानी बिल्डिंग से होगी शुरुआत, नए भवन में होगा शिफ्ट
सूत्रों के मुताबिक 18 से 22 सितंबर तक चलने वाला विशेष सत्र पुराने भवन में शुरू होगा और फिर नए भवन में चलेगा, यह नई संसद में आयोजित होने वाला पहला सत्र होगा, जिसका उद्घाटन 28 मई को प्रधान मंत्री ने किया था.
संसद ही नहीं, कर्मचारियों की ड्रेस भी नई
लोकसभा सचिवालय के आदेश के मुताबिक मार्शल, सुरक्षा कर्मचारियों, अधिकारियों, चैंबर अटेंडेंट और चालकों को नयी वर्दी जारी की गई है, जिसे नए संसद भवन में कामकाज शुरू होने के बाद उन्हें पहनना होगा.
नौकरशाहों के बंद गला सूट की जगह मैजेंटा या गहरे गुलाबी रंग की नेहरू जैकेट पहननी होगी. उनके लिए तय की गई कमीज पर पुष्प का डिजाइन छपा होगा. साथ ही कर्मचारी खाकी रंग की पैंट पहनेंगे. संसद के दोनों सदनों में मार्शल की नयी पोशाक में अब मणिपुरी पगड़ी शामिल होगी. संसद के सुरक्षा कर्मचारी नीले सफारी सूट के बजाय सेना की वर्दी जैसी पोशाक में नजर आएंगे.
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