नई दिल्ली (New Delhi)। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने मंगलवार को मोनू मानेसर को निर्दोष (Monu Manesar innocent) और गौभक्त बताते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक (muslim vote bank) के लिए मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया गया है, जो उन्हें महंगा पड़ेगा।
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद ने मोनू मानेसर को ‘निर्दोष गौ-भक्त’ बताया और आरोप लगाया कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम वोटों पर नजर रखने के लिए राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले उसे गिरफ्तार कर लिया। एक बयान में परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि राजस्थान पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी से राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
मोनू मानेसर को नूंह पुलिस ने जलाभिषेक यात्रा दोबारा शुरू होने से पहले भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोप में मंगलवार को मानेसर स्थित आईएमटी-1 से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोपहर बाद उसे कड़ी सुरक्षा के बीच नूंह कोर्ट में पेश किया।
पुलिस के अनुसार नूंह साइबर क्राइम थाना में 26 अगस्त को मोनू मानेसर के खिलाफ सिपाही मनोज कुमार की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई थी। सिपाही मनोज सोशल मीडिया पर डाली गईं पोस्ट की निगरानी करते हैं। 26 अगस्त को ही मोहित मानेसर नामक एक फेसबुक प्रोफाइल पर एक भड़काऊ पोस्ट डालने की जानकारी मिली। सिपाही की इस शिकायत के बाद साइबर थाना नूंह पुलिस ने आरोपी मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इसके बाद से ही उसकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू हो गए थे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को पुलिस टीम को पता चला कि आरेापी मोनू मानेसर आईएमटी-1 मार्केट में घूम रहा है। इस पर सादे कपड़ों में पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मोनू के पास से पुलिस को एक पिस्टल और तीन कारतूस भी मिले हैं। बरामद पिस्टल के लाइसेंस की जांच की जा रही है।
मोनू मानेसर की पेशी से पहले ही कचहरी बनी छावनी
मोनू मानेसर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने दोपहर बाद नूंह कोर्ट में पेश किया। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर पूरे कचहरी परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया। कोर्ट ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में गुरुग्राम की भोंडसी जेल भेजने का आदेश दिया। मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की खबर कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर फैल गई। मोनू मानेसर की गिरफ्तारी और उसे राजस्थान पुलिस को सौंपने की बात सामने आने के बाद से लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। गिरफ्तारी के आधे घंटे में ही मोनू मानेसर की गिरफ्तारी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी।
कुछ लोगों ने जमकर हरियाणा सरकार पर तीखी टिप्पणी की। इसके साथ ही कुछ लोगों ने मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को सही ठहराते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। लोगों ने राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जुनैद-नासिक हत्याकांड के मामले में मोनू को फांसी की सजा दिलाने तक की बात कही है।
एक तरफ लोगों ने भाजपा सरकार पर मोनू मानेसर की हरियाणा पुलिस की गिरफ्तारी को लेकर एक ही पक्ष पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है कि उनकी पुलिस द्वारा विधायक मामन खान को कब गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ लोगों ने तो मोनू मानेसर की गिरफ्तारी पर आने वाले चुनावों में असर देखने तक की धमकी दे डाली है। नरगिस बानो ने एक्स (ट्विटर) पर गिरफ्तारी का समर्थन करते हुए लिखा कि जी-20 में सऊदी अरब के साथ अच्छे संबंध होने पर मोनू की गिरफ्तारी की गई है।
चंदन शर्मा ने अपने ट्वीट के माध्यम से भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोनू मानेसर को गिरफ्तार कर भाजपा वर्ग विशेष की वोट ले लेगी तो वह मूर्खता साबित होगी। इसके साथ ही राजस्थान पुलिस को मोनू को सौंपने पर जल्द सरकार गिरने की बात भी कही। अली शोरब ने मोनू को आतंकी कहते हुए लिखा कि उसे फांसी की सजा दिलाने की जिम्मेदारी राजस्थान की सरकार की है।
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