इंदौर। भारत पे के सह संस्थापक और देश में जाने माने इनवेस्टर अशनीर ग्रोवर द्वारा दिए गए विवादित बयान का मामला थमने का नाम नही ले रहा है। इंदौर स्वच्छता सर्वे के मामले में अशनीर ग्रोवर का नया ट्वीट सामने आया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि क्षमा मांगना। खेद नहीं !
मुझे इंदौर के लिए खेद है, आपके पास बहुत अच्छे लोग और शहर है । मगर राजनेताओं को कोई राहत नहीं है। भोपाल बनाम इंदौर पर हंसी-मजाक में दिए गए बयान पर अनावश्यक राजनीति हो रही है। जिसे सुनकर कार्यक्रम में मौजूद दर्शकों को मजा आया। यह कोई अपराध नहीं था। वहां कोई इस बात पर नाराज होने वाला भी नहीं था। आपको जो करना है कर लो एफआईआर कर लो, केस कर लो, कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं किसी से पीछे हटने वाला व्यक्ति नहीं हूं। मुझे धमकाया नहीं जाएगा। बिना बात का कोई मुद्दा ना बनाया जाए। मैं किसी भी पार्टि विशेष नेताओं से माफ़ी नहीं मांगूगा।
भोपाल भारत का सबसे अच्छा शहर
उन्होंने आगे लिखा कि यह चुनावी साल है। लेकिन लोग समझदार हैं। इंदौरी लोग सुपर स्मार्ट है। मैं जब चाहूं, जितनी बार चाहूं इंदौर आऊंगा और इंदौरी मेहमान नवाजी पर मुझे भरोसा है और हां भोपाल बनाम इंदौर में मेरा पंसदीदा भोपाल ही रहेगा। मेरे लिए भोपाल को निचले स्तर पर रखना बेईमानी होगी, जबकि मुझे लगता है कि भोपाल न केवल मध्य प्रदेश का, बल्कि भारत का सबसे अच्छा शहर है।
बता दे कि भारत पे के सह संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इंदौर को जो स्वच्छता का प्रमाण पत्र मिला है वह इंदौर ने स्वच्छता सर्वे खरीद रखा है। जिसके बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अशनीर के बयान पर कड़ा विरोध जताया था नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि अशनीर के दिमाग में कचड़ा भर गया है। उन्होंने कहा है कि जिनके दिमाग में कचरा होगा, उन्हें गंदगी दिखाई देगी ही देगी।
जानकारी के अनुसार लसुडि़या पुलिस ने संजय पिता रमेश घावरी की शिकायत पर धारा 499 और 500 के तहत केस दर्ज किया। संजय ने शिकायत में कहा कि ग्रोवर ने भ्रामक टिप्पणी कर नगर निगम की छवि धूमिल की है। उनके बयान से जनभावना को ठेस पहुंची है। यह अपराध की श्रेणी में आता है। वे सोमवार को थाने पहुंचे और शिकायती आवेदन दिया। शिकायत सही पाने के बाद पुलिस ने ग्रोवर को आरोपी बनाते हुए केस दर्ज कर लिया।
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