नई दिल्ली (New Delhi) । कर्नाटक (Karnataka) में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) को नया चुनावी साथी मिलने के संकेत हैं। खबर है कि पार्टी दक्षिण भारतीय राज्य में जनता दल (सेक्युलर) के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) लड़ सकती है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर दोनों ही दलों ने कुछ नहीं कहा है। खबर है कि हाल ही में जेडीएस प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा (HD Deve Gowda) ने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी।
एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि देवगौड़ा ने राज्य की 5 सीटों पर जेडीएस उम्मीदवार उतारने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, कहा जा रहा है कि इसपर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेंगे। खास बात है कि जेडीएस चीफ कुछ समय पहले ही साफ कर चुके थे कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव अपने दम पर ही लड़ने जा रही है।
जेडीएस ने मांगी ये सीटें
पहले भाजपा के साथ चुनावी मैदान में उतरने से पूरी तरह इनकार कर चुकी जेडीएस अब रणनीति बदलती नजर आ रही है। उन्होंने कहा था, ‘हम चाहें 5, 6, 3, 2 या 2 सीटें जीतें, लेकिन हम स्वतंत्र होकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।’ खबर है कि चर्चा के दौरान देवगौड़ा ने मांड्या, हासन, तुमकुर, चिकबल्लापुर और बेंगलुरु ग्रामीण सीटें मांगी हैं। कहा जा रहा है कि देवगौड़ा के साथ बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा शामिल रहे थे।
कर्नाटक की सीटों का गणित
कर्नाटक में लोकसभा सीटों की संख्या 28 है। साल 2019 में हुए चुनाव में भाजपा के खाते में 25 सीटें आई थीं। जबकि, कांग्रेस और जेडीएस को एक-एक सीट मिली थी। उस दौरान भाजपा समर्थित एक उम्मीदवार की भी जीत हुई थी। हालांकि, 2023 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
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