नई दिल्ली (New Delhi)। जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 summit) के मद्देनजर शुक्रवार से नई दिल्ली क्षेत्र में अभूतपूर्व और विश्वस्तरीय सुरक्षा इंतजाम (World class security arrangements) किए गए हैं। जल, थल और नभ से राजधानी की अभेद्य निगरानी होगी। तीन दिन नो-फ्लाइंग जोन (Three day no-flying zone) भी रहेगा। इसके मद्देनजर दिल्ली में यातायात प्रतिबंध (Traffic restrictions) भी लागू हो जाएंगे।
होटल के कमरों की खिड़कियों में बुलेट प्रूफ शीशे लगाए गए हैं। वहीं, एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक सभी ऊंची इमारतों पर स्नाइपर की तैनाती कर दी गई है। वहीं, पैराग्लाइडर और हॉट एयर बैलून की उड़ान पर भी रोक रहेगी।
लड़ाकू विमान, एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए
सेना दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के आसमान को सुरक्षित करने के प्रयासों के तहत अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान, रडार, एंटी-ड्रोन सिस्टम और सतह से हवा में मार करने वाले प्रक्षेपास्त्र तैनात कर चुकी है। ड्रोन की मदद से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
यमुना नदी में मोटर बोट से जवान कर रहे गश्त
26/11 जैसे आतंकी हमले से सबक लेते हुए यमुना नदी और यमुना खादर इलाके में कड़ी सुरक्षा है। आधुनिक हथियारों से लैस जवानों को मोटर बोट से यमुना नदी में गश्त करने के लिए लगाया गया है। यमुना खादर के कुछ इलाकों में पुलिस ट्रैक्टर से पेट्रोलिंग करेगी।
सभी रणनीतिक स्थानों पर एनएसजी की रहेगी नजर
करीब दो दर्जन से ज्यादा होटलों, वीआईपी रूट और कार्यक्रम स्थल से लेकर राजघाट तक सभी रणनीतिक जगहों पर एनएसजी कमांडो तैनात रहेंगे। इसके अलावा दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के कमांडो यूनिट की टुकड़ियों की भी तैनाती कर दी गई है।
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