इंदौर, अमित जलधारी। एक अहम कदम उठाते हुए पश्चिम रेलवे ने इंदौर (लक्ष्मीबाई नगर) -फतेहाबाद-रतलाम सिंगल रेल लाइन को डबल लाइन में बदलने के लिए डिटेल इस्टीमेट मुंबई मुख्यालय से नई दिल्ली स्थित रेलवे बोर्ड को भेजा है। लगभग 116 किलोमीटर लंबे इस सेक्शन में अतिरिक्त रेल लाइन बिछाने पर 1762 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे। बोर्ड स्तर पर पहले ही इस कार्य को करने की औपचारिक सहमति बन चुकी है।
फिलहाल, सिंगल लाइन सेक्शन के कारण इस रूट पर ज्यादातर समय यात्री ट्रेनों और मालगाडिय़ों की आवाजाही बनी रहती है। इससे न केवल यात्री ट्रेनों को बार-बार क्रॉसिंग के लिए रुकना पड़ता है, बल्कि नई ट्रेनें चलाने या पहले से चल रहीं ट्रेनों के फेरे बढ़ाने में भी समस्याएं आती हैं। यही समस्या इंदौर-उज्जैन और इंदौर-महू रेल लाइन पर भी थी, जिसे दूर करने के लिए दोनों लाइनों का दोहरीकरण किया जा रहा है। अब इंदौर से सीधे जुडऩे वाली इंदौर-रतलाम तीसरी रेल लाइन के भी दोहरीकरण का नंबर आ गया है। उम्मीद है कि बोर्ड से जल्द प्रोजेक्ट की औपचारिक स्वीकृति मिलते ही वहां से फंड जारी होगा, जिससे पुल-पुलियाओं के निर्माण समेत अन्य शुरुआती कार्यों के टेंडर बुलाए जाएंगे। इंदौर-फतेहाबाद-रतलाम लाइन के आसपास पहले से काफी जमीन रेलवे के पास है, इसलिए 2024 में काम शुरू हो जाएगा। इस लाइन में पालिया, अजनोद, फतेहाबाद-चंद्रावतीगंज, बडऩगर, रूनीजा, प्रीतम नगर और नौगांवा जैसे स्टेशन हैं।
देवास-मक्सी लाइन बाकी रह गई
उज्जैन-देवास-इंदौर और राऊ-महू दोहरी लाइन का काम इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। इंदौर-फतेहाबाद-रतलाम लाइन दोहरीकरण का इस्टीमेट बोर्ड को भेजने के बाद अब देवास-मक्सी रेल लाइन का दोहरीकरण ही बाकी रह गया है। यह सेक्शन 36 किलोमीटर लंबा है और इंदौर से भोपाल या गुना-ग्वालियर आने-जाने वाली ट्रेनों के लिए समय बचाने वाला है। उक्त रूट पर ट्रेनें बढ़ाई जा सकेंगी। अपुष्ट खबर यह भी है कि अगले साल रेलवे देवास-मक्सी लाइन के दोहरीकरण का भी सर्वे होगा।
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