मॉस्को (Moscow)। रूस की जांच समिति (Russia Investigative Committee) ने वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन (Wagner chief Yevgeny Prigozhin) की विमान दुर्घटना में मौत (death in plane crash) की पुष्टि की। दरअसल, मॉस्को में बुधवार यानी 23 अगस्त को एक विमान दुर्घटना में 10 लोगों की मौत (10 people died) हो गई थी। तब से यही माना जा रहा था कि मृतकों में निजी सैन्य समूह ‘वैग्नर ग्रुप’ के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन भी शामिल हैं। प्रिगोझिन की उम्र 62 वर्ष बताई जा रही थी। प्रिगोझिन जून में रूस की सरकार के खिलाफ बगावत का एलान करते हुए वैग्नर लड़ाकों को मॉस्को की ओर मार्च का आदेश देने के बाद से चर्चा में आए थे।
समिति ने कहा कि सभी 10 पीड़ितों की पहचान कर ली गई है। सभी फ्लाइट में सवार यात्रियों की मौत हो चुकी है। सूची में जो नाम थे, वे सभी विमान में सवार थे। विमान के ब्लैक बॉक्स को भी भी रूसी जांचकर्ताओं ने बरामद कर लिया है। प्रिगोझिन की रूस के सैन्य नेतृत्व के खिलाफ बगावत के कुछ महीनों बाद विमान दुर्घटना हुई। ऐसे में इस पर कई सवाल उठ रहे हैं। रूस पर मामले में गंभीर आरोप लग रहे हैं, लेकिन मॉस्को इससे इनकार कर रहा है।
येवगेनी प्रिगोझिन के बारे में जानिए
येवगेनी प्रिगोझिन का जन्म साल 1961 में लेनिनग्राड में हुआ था। लेनिनग्राड को आज हम सेंट पीट्सबर्ग के नाम से जानते हैं। साल 1981 में येवगेनी को मारपीट, डकैती और धोखाधड़ी का दोषी पाए जाने पर 13 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, सोवियत यूनियन के पतन के बाद येवगेनी को 9 साल की सजा के बाद ही रिहा कर दिया गया था।
हॉट डॉग का स्टॉल लगाया
जेल से बाहर आने के बाद येवगेनी ने एक छोटा सा बिजनेस शुरू किया और हॉट डॉग का स्टॉल लगाया। इसके बाद येवगेनी ने एक रेस्तरां खोला। जल्द ही येवगेनी का रेस्तरां काफी प्रसिद्ध हो गया। येवगेनी के रेस्तरां की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि खुद रूसी राष्ट्रपति पुतिन विदेशी मेहमानों को इस रेस्तरां में खाना खिलाने ले जाने लगे। इस तरह येवगेनी रूसी राष्ट्रपति पुतिन के करीब आया।
कैटरिंग के बिजनेस से सेना में बनाई पकड़
पुतिन से करीबी का फायदा उठाकर येवगेनी प्रिगोझिन ने कैटरिंग का बिजनेस शुरू किया और वह रूसी सेना और स्कूली बच्चों को खाना खिलाने के सरकारी ठेके लेने लगा। इसी के चलते येवगेनी की पहचान पुतिन के रसोइए के रूप में हो गई। कैटरिंग के बिजनेस से येवगेनी प्रिगोझिन ने खूब पैसा कमाया।
प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप को किया तैयार
येवगेनी प्रिगोझिन ने ही रूसी सेना के समर्थन से एक प्राइवेट आर्मी बनाई, जिसे वैगनर ग्रुप का नाम दिया गया। इस प्राइवेट आर्मी में रिटायर्ड सैन्य अधिकारी, जवानों को शामिल किया गया। आरोप लगे कि वैगनर ग्रुप में अपराधियों को भी शामिल किया गया। वैगनर ग्रुप को क्रैमलिन का भी समर्थन मिला। आरोप है कि वैगनर ग्रुप सीरिया, लीबिया, माली और सेंट्रल अफ्रीकी देशों में भी क्रूर मिशनों को अंजाम दे चुका है। जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को ही अग्रिम मोर्चे पर तैनात किया गया। वैगनर ग्रुप के बढ़ते दबदबे के चलते ही येवगेनी प्रिगोझिन का भी रूस के शीर्ष नेतृत्व में दबदबा भी बढ़ा है और प्रिगोझिन को पुतिन के अगले उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जाने लगा था।
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