वाशिंगटन (Washington)। साल 2020 में जॉर्जिया के चुनाव (Georgia election affected) प्रभावित करने के मामले में घिरे अमेरिका (America) के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Former President Donald Trump) ने गुरुवार को सरेंडर (surrender) कर दिया। हालांकि, खबर है कि अटलांटा के फुल्टन काउंटी जेल (Atlanta’s Fulton County Jail) से उन्हें जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद 2 लाख अमेरिकी डॉलर (2 million US dollars) के बॉन्ड और अन्य शर्तों के साथ रिहा भी कर दिया गया। वह जेल में करीब 20 मिनट तक रहे।
जेल रिकॉर्ड्स बताते हैं कि ट्रंप को गुरुवार रात एक दर्जन से ज्यादा मामलों में गिरफ्तार किया गया था। रिहा होने के बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘मैंने कुछ गलत नहीं किया है।’ खास बात है कि कहा गया है कि ट्रंप गवाहों को धमकाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। उन्होंने बॉन्ड की रकम के लिए एटलांटा स्थित कंपनी फॉस्टर बेल बॉन्ड्स एलएलसी के साथ काम करने का फैसला किया है।
ली गई अपराधियों जैसी तस्वीर
फुल्टन काउंटी जेल में ट्रंप को मामूली अपराधियों की तरह मगशॉट की प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ा। दरअसल, इसके तहत गिरफ्तारी के बाद हाथ में स्लेट रखकर तस्वीर ली जाती है। इस स्लेट पर पूरी जानकारियां दर्ज होती हैं।
खास बात है कि फुल्टन काउंटी पहला केस है, जहां ट्रंप को कैश देना पड़ा। कहा जा रहा है कि यहां भुगतान किए बगैर जमानत हासिल करने की संभावनाएं कम ही थीं। पूरी प्रक्रिया के दौरान जेल के बाहर प्रदर्शनकारी जुट गए थे और डिस्ट्रिक्ट एटॉर्नी फानी विलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। विलिस ने ही चुनाव से जुड़े मामले में ट्रंप समेत 18 लोगों पर आरोप लगाए हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
ट्रंप गुरुवार को अटलांटा के हार्ट्सफील्ड-जैक्सन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे थे। उनके आने से पहले ही जेल के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया था। विलिस ने ट्रंप को सरेंडर करने के लिए शुक्रवार दोपहर तक का समय दिया था। ट्रंप के अलावा दो और लोगों जॉन ईस्टमैन और स्कॉट हॉल के बॉन्ड एग्रीमेंट को जज ने स्वीकार कर लिया है।
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