नई दिल्ली (New Dehli) । टाइप-2 डायबिटीज (Diabetes) वैश्विक (global) स्तर पर बढ़ती गंभीर स्वास्थ्य (Health) समस्या है, जिसके दुनियाभर (Whole world) में करीब 529 मिलियन (करीब 53 करोड़) लोग शिकार (Hunt) हैं। वैज्ञानिकों ने चिंता )(Worry) जताते हुए कहा है कि जिस तरह से डायबिटीज का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है ऐसे में आशंका है कि साल 2050 तक रोगियों की संख्या बढ़कर 1.3 बिलियन (130 करोड़) से अधिक हो सकती है। डायबिटीज स्वयं तो एक गंभीर बीमारी है ही साथ ही इसके कारण कई प्रकार की और भी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी हो सकता है।
एक हालिया अध्ययन में शोधकर्ताओं की टीम ने बताया कि टाइप-2 डायबिटीज की समस्या आपके एंडोमेट्रियल कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाली हो सकती है, सभी लोगों को इसके जोखिमों को लेकर अलर्ट रहने की आवश्यकता होती है।
एंडोमेट्रियल, गर्भाशय में होने वाले कैंसर का सबसे आम प्रकार है। अनुमान के मुताबिक अकेले 2022 में अमेरिका में 66,000 से अधिक महिलाओं में इस कैंसर का निदान किया गया। अब, नए शोध में कहा गया है कि टाइप-2 मधुमेह इस बीमारी के लिए एक जोखिम कारक हो सकती है।
एंडोमेट्रियल कैंसर का जोखिम
यूनाइटेड किंगडम के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया कि जिन महिलाओं को टाइप-2 डायबिटीज है, उनमें एंडोमेट्रियल कैंसर से मृत्यु का का जोखिम 1.5% अधिक हो सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि एंडोमेट्रियल कैंसर वाले अन्य रोगियों की तुलना में जिन महिलाओं में टाइप-2 डायबिटीज के साथ ये समस्या थी, उनमें स्थिति के गंभीर रूप लेने का खतरा भी अधिक देखा गया।
चीनी शोधकर्ताओं ने बताया कि ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि हाई ग्लूकोज की उपस्थिति में एंडोमेट्रियल कैंसर बढ़ सकता है और इसके अधिक गंभीर होने का भी जोखिम रहता है।
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