कानपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में एक बार फिर डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही (gross negligence of doctors) का मामला सामने आया है. यहां एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से एक गर्भवती महिला की आंते क्षतिग्रस्त (pregnant woman’s intestine damaged) हो गई हैं. यह महिला प्रेग्नेंसी (female pregnancy) के दौरान दिक्कत होने पर गर्भ गिराने के लिए अस्पताल पहुंची थी. दिक्कत बढ़ने पर जब इस महिला को दूसरे अस्पताल में रैफर किया गया तो मामले का खुलासा हुआ है. इसके बाद महिला के पिता ने मय सबूतों के साथ निजी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है.
पुलिस के मुताबिक पीड़ित पिता की शिकायत पर तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. उधर, पीड़ित पिता मुन्ना लाल ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही से एक तरफ उनकी बेटी की जान पर बन आई है और इधर, पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है. मुन्ना लाल ने बताया कि रामपुर रोड नानकारी के रहने वाले हैं. तीन चार दिन पहले वह अपनी बेटी को कल्याणपुर के बारा सिरोही स्थित राम जानकी अस्पताल ले गए थे.
उनकी बेटी गर्भवती थी और कुछ दिक्कत आने की वजह से उसकी डीएनसी होनी थी. पीड़ित पिता ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों ने गर्भ तो गिरा दिया, लेकिन इससे उनकी बेटी की हालत बिगड़ गई. ऐसे में उसे देर रात हैलेट अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया. चूंकि उनकी बेटी की हालत नाजुक थी और अस्पताल में उस समय स्टॉफ कम था, इसलिए हैलेट अस्पताल में उसे भर्ती नहीं कराया जा सका. ऐसे में वह काकादेव स्थित दूसरे निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने उनकी बेटी को भर्ती कर लिया है.
पीड़ित मुन्ना लाल ने बताया कि इस अस्पताल में जब डॉक्टरों ने बीमारी पता करने के लिए उनकी बेटी का अल्ट्रासाउंड कराया तो पता चला कि उसकी आंतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं.इसके बाद डॉक्टरों ने क्षतिग्रस्त आंतें निकालकर जार में मुन्ना लाल को दे दी. अब मुन्ना लाल जार में उन आंतों और डॉक्टर की रिपोर्ट लेकर पुलिस के चक्कर काट रहे हैं. मुन्ना लाल के मुताबिक वह मेहनत मजदूरी कर घर चलाते हैं. उधर, कल्याण पुलिस इंस्पेक्टर धनंजय ने बताया कि तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
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