इंदौर (Indore)। चार राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा अपनी रणनीति के तहत दूसरे राज्यों के विधायकों को संगठन की रिपोर्ट लेने भेज रही है, जहां चुनाव है। इन विधायकों को 21 अगस्त से अपनी रिपोर्ट हर दिन भोपाल और दिल्ली भेजना होगी। दिल्ली से सख्त निर्देश दिए गए हैं कि इस दौरान विधायक किसी दावेदार के साथ नहीं रहेंगे। उन्हें केवल संगठन की मजबूती परखना है। उस हिसाब से भाजपा चुनाव में अपनी रणनीति बनाएगी। ये सभी विधायक 19 को भोपाल तो 20 को संबंधित विधानसभा में पहुंच जाएंगे, जहां की जवाबदारी इन्हें दी गई है।
कल भाजपा कार्यालय दीनदयाल भवन में संभागीय बैठक रखी गई थी। बैठक में संभाग प्रभारी राघवेन्द्र गौतम, मंत्री मोहन यादव, सहप्रभारी डॉ. तेजबहादुरसिंह सहित सभी जिलों के अध्यक्ष मौजूद थे। बैठक में चुनाव के जिला संयोजक, विधानसभा प्रभारियों को भी बुलाया गया था। सभी को बताया गया कि किस तरह से बाहर से आने वाले विधायक यहां काम करेंगे और उनके साथ कौन रहेगा। ये विधायक सभी 9 सीटों पर संगठन के कामकाज की रिपोर्ट तैयार करेंगे। 7 दिन तक इन्हें उसी विधानसभा में रहना है। ये सभी 19 अगस्त को भोपाल आ रहे हैं, जहां इनका एक दिनी प्रशिक्षण वर्ग रखा गया है। 20 की रात इंदौर आकर 21 से ये अपना काम शुरू कर देंगे। इन्हें भोपाल से मिनट टू मिनट शेड्यूल दिया जाएगा। स्थानीय नेताओं के बतौर केवल विधानसभा प्रभारी और चुनाव की दृष्टि से बनाए गए संयोजक इनके साथ रहेंगे। इस दौरान न तो कोई दावेदार अपनी दावेदारी जताएगा और न ही ऐसा कोई काम करेगा, जिससे ऐसा लगे कि वह विधायकों को प्रभावित कर रहा है। हर दिन की रिपोर्ट बनाकर इन्हें भोपाल और दिल्ली कार्यालय को मेल करना होगी, जहां पूरे प्रदेश की समीक्षा की जाएगी और फिर चुनाव में किस तरह से काम किया जाए, इसको लेकर रणनीति तैयार की जाएगी।
चार राज्यों की साढ़े छह सौ सीटों पर पहुंचेंगे
पहली बार भाजपा ने नया प्रयोग करते हुए दूसरे राज्यों के विधायकों को विधानसभा चुनाव वाले क्षेत्रों में भेजा है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव होना है। इसको लेकर दूसरे राज्यों के साढ़े छह सौ विधायकों को संगठन ने इन राज्यों में भेजा है। सभी राज्यों की रिपोर्ट दिल्ली में आलाकमान को सौंपी जाएगी।
इंदौर में भेजे हैं वरिष्ठ विधायक
पाटीदार आंदोलन से सुर्खियों में आए नए-नवेले विधायक हार्दिक पटेल को 5 नंबर विधानसभा की जवाबदारी दी गई है, वहीं अन्य 8 सीटों पर वरिष्ठ नेताओं को जवाबदारी मिली है। इनमें एक नंबर विधानसभा सीट पर शैलेष भाई मेहता, 2 में केयूर रोकडिय़ा, 3 में दिनेश कुशवाहा, 4 में कौशिकभाई जैन, पांच में पंकज भाई देसाई, राऊ में केतनभाई इनामदार, सांवेर में बाबूसिंह तो देपालपुर में रमनभाई सोलंकी को भेजा गया है।
कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेताओं से संवाद
सरकार की योजना से फायदा लेने वाले हितग्राहियों का एक सम्मेलन भी इस दौरान रखा जाएगा, वहीं कार्यकर्ता और उस विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले वरिष्ठ नेताओं की सूची भी इन्हें दी गई है, जिनसे ये बातचीत करेंगे। सभी 230 सीटों पर एक जैसे बिंदुओं पर संवाद किया जाएगा।
मोहन यादव को दो संभाग की जवाबदारी
मंत्री मोहन यादव को इंदौर और उज्जैन संभाग की जवाबदारी दी गई है। वे इन विधायकों और स्थानीय संगठनों के साथ समन्वय का काम करेंगे। चुनाव की दृष्टि से बनाए गए शहर के जिला संयोजक बाबूसिंह रघुवंशी और जिले के ओम परसावदिया उनके साथ रहेंगे।
सामाजिक संगठनों से भी मिलेंगे
इन विधायकों को 7 दिन का कार्यक्रम दिया गया है, जिसमें सामाजिक संगठनों से भी मिलने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही किस सीट पर जातिगत वर्चस्व किसका है, उनके साथ भी ये मीटिंग करेंगे। इसके साथ ही कौन-सी सीट पर किस तरह की परेशानी आ सकती है, इसको लेकर भी अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे।
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