इंदौर (Indore)। विभाजन की त्रासदी को लेकर भाजपा ने उसकी याद दिलाने के लिए एक रैली टॉवर चौराहा से निकाली। इसके बाद संघ और संगठन से जुड़े नेताओं का उद्बोधन होना था, लेकिन उसको सुनने के लिए भाजपाइयों के पास समय ही नहीं था। टॉवर चौराहे से निकाली गई मौन रैली सिंधी कालोनी में स्वामी प्रीतमदास सभागृह पर समाप्त हुई। रैली की शुरूआत में बड़ी संख्या में भाजपाई जुटे थे, लेकिन आखिर तक उनकी संख्या गिनी-चुनी रह गईं और इस मौके पर रखे गए व्याख्यान में श्रोताओं का टोटा पड़ गया। जैसे ही संगठन के नेताओं को लगा कि सुनने वाले कम हैं तो आधे हॉल में पर्दा लगा दिया गया।
नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने इस दिन को काला दिन बताते हुए कहा कि देश को अलग-अलग कर अंग्रेजों को सहयोग किया। अंग्रेज शुरू से ही चाहते थे कि भारत बंट जाए, जिससे उन्हें यहां राज करने में आसानी हो। मुख्य वक्ता के रूप में अजीतसिंह नारंग और कृष्णमुरारी मोघे ने भी विभाजन की त्रासदी पर संबोधित किया। हालांकि भाजपा द्वारा पहली बार इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिससे कई भाजपाइयों ने दूरी बनाए रखी। कार्यक्रम में मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, बाबू सिंह रघुवंशी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला ,श्रीमती मालिनी गौड़, गोपीकृष्ण नेमा, कार्यक्रम प्रभारी नारायण पटेल, सहप्रभारी गुलाब ठाकुर मौजूद रहे।
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