नोएडा: वेस्ट यूपी में निवेश का केंद्र अब डीएनजीआईआर (दादरी-नोएडा- गाजियाबाद इनवेस्टमेंट रीजन) यानी न्यू नोएडा होगा. डीएनजीआईआर गौतमबुद्ध नगर के 80 गांवों की जमीन अधिग्रहीत कर बसाया जाएगा. प्राधिकरण की बोर्ड ने न्यू नोएडा के मास्टर प्लान 2041 को अप्रूव कर दिया है. जन सामान्य से आपत्ति और सुझाव भी मांगे जाएंगे. इसका डिज़ाइन नोएडा अथॉरिटी और एसपीए (स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्ट) ने बनाया है. डीएनजीआईआर करीब 21 हजार हेक्टेयर (203 वर्ग किमी) में बसाया जाएगा.
लैंड पूल के जरिए किसानों की जमीन अधिग्रहीत की जाएगी। 21 हजार हेक्टेयर का ब्रेकअप प्लान तैयार किया गया है. डीएनजीआईआर मास्टर प्लान 2041 में 40 प्रतिशत भू उपयोग औद्योगिक, 13 प्रतिशत आवासीय और ग्रीन एरिया व रिक्रेशनल एक्टिविटी के लिए 18 प्रतिशत का प्रावधान किया गया है. डीएनजीआईआर को गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलदंशहर के 60 गांवों को मिलकार बनाया गया है. आपत्ति और सुझाव आने के बाद इसका निस्तारण किया जाएगा. इसे आगामी बोर्ड में रखने के बाद शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा.
6 लाख की होगी आबादी
कॉमर्शियल, पीएसपी इंस्टीट्यूशनल, फैसिलिटी/यूटिलिटी, वाटर बॉडी, ट्रैफिक और ट्रांसपोटेशन भी यहां होगा. इसकी कुल आबादी 6 लाख मानी जा रही है, जिसमें 3.5 लाख की आबादी माइग्रेट होगी. जिनके लिए ईडब्ल्यूएस, एलआईजी , एमआईजी और एचआईजी प्रकार की यूनिट बनाई जाएंगी. इसके अलावा कुल रेजिडेंस एशल एरिया 2 हजार हेक्टेयर से ज्यादा होगा.
1 हजार करोड़ रुपए किए रिजर्व
डीएनजीआईआर में भूमि अधिग्रहण और आंतरिक विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपये बजट आवंटित किया हैं. यह राशि इस साल फरवरी में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान साइन किए गए एमओयू के लिए नोएडा प्राधिकरण की भूमि आवश्यकताओं को पूरा करेगी. अधिकारियों के अनुसार, मांग करने वाली कंपनियों को “स्मार्ट” भौतिक बुनियादी ढांचे वाले शहर डीएनजीआईआर में आवंटन दिया जाएगा.
शिकागो इंडस्ट्रियल हब की तर्ज पर बनेगा न्यू नोएडा मॉडल
शिकागो इंडस्ट्रियल हब मुख्यतः सड़क, रेलवे और हवाई मार्गों से जुड़ा हुआ है. जिससे यहां निवेशकों को बेहतर विकल्प मिलते हैं. इसी तरह डीएनजीआईआर की भी सामरिक क्षमता है. बुलंदशहर की ओर जाने वाले जीटी रोड व हावड़ा की ओर जाने वाली रेलवे लाइन के मध्य स्थित है. वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर दादरी से मुम्बई तक है. ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर लुधियाना से कोलकाता तक वाया खुर्जा प्रस्तावित. खुर्जा से एक एसपीयूआर दादरी तक निर्मित की जाएगी. ईस्टर्न व वेस्टर्न कारीडोर का कॉमन प्वाइंट होगा. हवाई सेवा और कार्गो के लिए जेवर एयरपोर्ट है.
शहर का मास्टर प्लान
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