इंदौर (Indore)। दिवाली से पहले मुंबई-पुणे से इंदौर आने वाली और दिवाली के बाद इंदौर से मुंबई-पुणे की ओर जाने वाली दोनों महत्वपूर्ण ट्रेनें अभी से फुल हो गई हैं। ज्यादातर तारीखों में सभी श्रेणियों में कन्फर्म बर्थ मिलना मुश्किल हो गया है। यही स्थिति इंदौर-मुंबई-इंदौर अवंतिका एक्सप्रेस और इंदौर-दौंड-इंदौर एक्सप्रेस की है। इक्का-दुक्का तारीखों को छोडक़र सितंबर से वेटिंग है, जबकि अभी दिवाली आने में पूरे तीन महीने बाकी हैं।
हालांकि अभी इस रूट पर चलने वाली अन्य साप्ताहिक या द्विसाप्ताहिक ट्रेनों में बर्थ उपलब्ध हैं, लेकिन रोज चलने वाली अवंतिका और दौंड एक्सप्रेस की सभी श्रेणियों में दिवाली के आसपास वेटिंग का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इसका सीधा फायदा ज्यादा किराया वसूलकर निजी बस ऑपरेटरों को होता है। कई बार लोगों को तीन से चार हजार रुपए तक किराया देकर आना-जाना पड़ता है।
मुंबई सेंट्रल-इंदौर अवंतिका एक्सप्रेस
ठ्ठ मुंबई से इंदौर आने वाली अवंतिका एक्सप्रेस की स्लीपर श्रेणी में 3 से 19 नवंबर के बीच एकाध दिन छोडक़र कन्फर्म बर्थ उपलब्ध नहीं है। थर्ड एसी इकोनॉमी, थर्ड एसी में 8 से 18 नवंबर के बीच ज्यादातर दिनों में कन्फर्म बर्थ बुक हो चुके हैं। सेकंड एसी में 7 से 11 नवंबर और फस्र्ट एसी में 8 से 11 नवंबर तक सभी कन्फर्म बर्थ बुक हो गए हैं। ठ्ठ इंदौर से मुंबई की ओर जाने वाली अवंतिका एक्सप्रेस की स्लीपर श्रेणी में दिवाली के बाद 14 से 22 नवंबर तक और थर्ड एसी में 14 से 20 नवंबर, सेकंड एसी में 14 से 21 नवंबर और फस्र्ट एसी में 15 से 20 नवंबर तक कन्फर्म बूथ नहीं हैं।
दौंड-पुणे-इंदौर एक्सप्रेस
ठ्ठ दौंड से पुणे होते हुए इंदौर आने वाली दौंड-इंदौर एक्सप्रेस की स्लीपर श्रेणी में 7 से 15 नवंबर तक, थर्ड एसी में 7 से 18 नवंबर, सेकंड एसी में 1 से 16 नवंबर तक और फस्र्ट एसी में 4 से 15 नवंबर तक कन्फर्म बर्थ नहीं है। तीनों श्रेणियों में केवल दिवाली के दिन बर्थ उपलब्ध हैं।
ठ्ठ इंदौर से पुणे होते हुए दौंड तक रोज चलने वाली इंदौर-दौंड एक्सप्रेस की स्लीपर श्रेणी में 15 नवंबर से 20 नवंबर तक कन्फर्म बर्थ नहीं है। थर्ड एसी में 14 से 20 नवंबर तक आरएसी या वेटिंग की स्थिति है। सेकंड एसी श्रेणी में 14 से 21 नवंबर और फस्र्ट एसी में 13 से 21 नवंबर तक वेटिंग टिकट मिलना शुरू हो गए हैं।
अभी से स्पेशल ट्रेनों की घोषणा जरूरी
दिवाली के दौरान हर साल इंदौर से पुणे और मुंबई रूट पर आने-जाने वाली ट्रेनों की स्थिति एक जैसी होती है। इसके बावजूद रेलवे जल्दी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों की घोषणा नहीं करता है। जब तक घोषणा होगी, तब तक ज्यादातर यात्री आने-जाने की बुकिंग करा चुके होंगे। जानकार भी मानते हैं कि यदि दो-तीन महीने पहले रेलवे फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों की घोषणा कर दे तो हजारों यात्रियों को बसों में ज्यादा किराया देकर सफर नहीं करना पड़ेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved