इंदौर (Indore)। सडक़ों को सुधारने के लिए निगम लगातार टेंडर जारी रहा है, लेकिन ठेेकेदारों की रुचि नहीं होने के चलते मामला उलझन में पड़ रहा है। कल भी 20 से ज्यादा सडक़ों का सीमेंटीकरण और कुछ जगह नई सडक़ें बनाने के फिर से टेंडर जारी किए गए हैं। 40 से ज्यादा ऐसे मामले हैं, जिसमें टेंडर जारी होने के बाद भी अब तक ठेकेदारों ने निगम की माली हालत को देखते हुए उसमें हिस्सा नहीं लिया।
कई बड़ी प्रमुख सडक़ों के काम होना है। इनमें मधुमिलन टाकीज से लेकर रीगल और उसके अन्य मार्गों की सडक़ के प्रस्ताव पहले से ही मंूजर हैं, उनके टेंडर भी जारी हो चुके हैं, लेकिन मामला उलझन में ही पड़ा है। इसी प्रकार जिंसी से रानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा तक की सडक़ का मामला भी टेंडर जारी होने के बाद उलझन में पड़ा है। निगम अधिकारियों के मुताबिक करीब 40 से ज्यादा सडक़ों के कार्य होना है और कुछ जगह के तो टेंडर दो से तीन बार जारी किए जा चुके हैं, मगर उसके बावजूद मामला अटका हुआ है।
कल फिर नगर निगम ने सांवरिया नगर से लेकर गणेशबाग कालोनी, श्रीपंत नगर, गोयल नगर खाती मोहल्ला, सांवरिया नगर, द्वारकापुरी सहित की अन्य स्थानों की सडक़ों के टेंडर जारी किए गए है। कुछ नई सडक़ों का निर्माण होना है और कुछ जगह सडक़ों का सीमेंटीकरण ही होना है। पिछले कुछ दिनों से निगम में ठेकेदारो का पेमेन्ट अटकने के चलते ठेकेदारों ने अघोषित रूप से कई जगह चल रहे काम बंद कर दिए हैं और नए टेंडरों में हिस्सा लेना भी बंद कर दिया है।
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