एसडीएम द्वारा आमंत्रित चार कालोनियों पर बुलवाई आपत्तियों से खुली पोल, सर्वानंद गृह निर्माण सहित मां सरस्वती की तुलसी नगर भी शामिल
इंदौर। अवैध कॉलोनियों (illegal colonies) को वैध करने की चल रही कवायद में सीलिंग के साथ-साथ गृह निर्माण संस्थाओं की विवादित कॉलोनियों को भी वैध कराने के प्रयास चल रहे हैं। इसमें जेल में बंद चर्चित भूमाफिया दीपक जैन उर्फ मद्दे की विवादित कॉलोनी हिना पैलेस का नाम भी सामने आया है। जूनी इंदौर एसडीएम (Juni Indore SDM) द्वारा चार कालोनियों के खसरा नंबरों को जारी कर आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं, जिसमें यह पोल खुली कि श्रीराम गृह निर्माण संस्था की जो कॉलोनी अशरफ नगर को वैध करने का प्रस्ताव निगम (Indore Nagar Nigam) से प्राप्त हुआ है, उसके अधिकांश खसरा नंबर हिना पैलेस में शामिल रहे हैं।
अशरफ नगर के नाम से हिना पैलेस को वैध करवाने की जुगाड़ उजागर होने पर अब कलेक्टर सहित एसडीएम का कहना है कि हमने दावे-आपत्तियां आमंत्रित ही इसलिए की हैं, ताकि इस तरह की गड़बडिय़ां सामने आ सकें। अशरफ नगर 20 एकड़ जमीन पर बसा बताया गया। इसी तरह चर्चित सर्वानंद की प्रभापुरी और मां सरस्वती की तुलसी नगर भी इस प्रक्रिया में शामिल हैं। पूर्व में भी जब नगर निगम ने कुछ कॉलोनियों को वैध किया था, तब भी इस तरह के आरोप लगे थे और कुछ वर्ष पूर्व निगम के कॉलोनी सेल ने चतुराई से मद्दे की हिना पैलेस को भी वैध कर दिया था। अग्निबाण ने जब सिलसिलेवार इस भू-घोटाले को उजागर किया और फिर लोकायुक्त में भी शिकायत हुई, तब निगम ने हिना पैलेस के नियमितीकरण की प्रक्रिया को रोका। दरअसल हिना पैलेस में श्रीराम गृह निर्माण के अलावा वैभव लक्ष्मी, टेलीकॉम, सारथी गृह निर्माण सहित अन्य जमीनें शामिल कर ली गईं। चूंकि कॉलोनी वैध करने के लिए यह अनिवार्य शर्त है कि वहां मकान बने होना चाहिए। चूंकि मद्दे द्वारा जो जमीनें हिना पैलेस में शामिल की गई वह खाली थी, इसलिए उसने बगल में स्थित अवैध कॉलोनी के खसरों को शामिल कर लिया और 2009 में जब नगर निगम ने अवैध कॉलोनियों को वैध करने की जाहिर सूचना प्रकाशित की तो उसमें होशियारी से कम खसरे बताए और जब वैध करने का आदेश जारी किया तो उसमें मद्दे के अन्य सभी खसरे जोड़ लिए और कुल 10.746 हेक्टेयर यानी 25 एकड़ के हिना पैलेस को वैध करने के प्रयास किए। अभी एसडीएम जूनी इंदौर घनश्याम धनगर ने कल चार कॉलोनियों को वैध करने के लिए आपत्ति आमंत्रित करवाई और हफ्तेभर में ये आपत्तियां बुलवाई हैं, जिसमें खजराना की आरआर कम्पनी की कॉलोनी मनभावन नगर भी शामिल है, जो लगभग 10 एकड़ पर काबिज है, वहीं इसके साथ श्रीराम गृह निर्माण की अशरफ नगर को भी लिया गया, जिसके खसरे नंबर 106, 1018, 1019/2, 1020, 1023/1, 1024, 1027, 1030 सहित 1028, 1437, 1015 1435, 1004, 1527 सहित अन्य खसरों की कुल 8.861 हेक्टेयर यानी 20 एकड़ से अधिक जमीन शामिल की गई है। मजे की बात यह है कि इनमें से अधिकांश खसरे हिना पैलेस में शामिल रहे हैं, जिसे अब अशरफ नगर के नाम से वैध करवाने की जुगाड़ की जा रही है। इसकी पोलपट्टी खुलने पर जब एसडीएम धनगर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने आपत्तियां इसीलिए आमंत्रित की हैं, ताकि इस तरह की गड़बड़ी सामने आ सके। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी का भी यही कहना है कि मद्दे या किसी भी भूमाफिया से जुड़ी कॉलोनी या अन्य सर्वे नंबरों को किसी अन्य सर्वे नंबरों में शामिल कर वैध नहीं किया जाएगा। इसी तरह सर्वानंद की प्रभापुरी और मां सरस्वती की तुलसी नगर के खसरा नंबरों पर भी आपत्तियां बुलाई हैं।
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