शहर का पहला ई-चार्जिंग वाहन स्टेशन एसजीएसआईटीएस कॉलेज के बाहर शुरू
कार चार्ज होने में लग जाएंगे 6 से 8 घंटे
इंदौर। शहर में बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) को देखते हुए एआईसीटीएसएल (AICTSL) द्वारा इन्हें चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन (Charging Station) बनाए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज महापौर पुष्यमित्र भार्गव ( Mayor Pushyamitra Bhargava) द्वारा एसजीएसआईटीएस के समीप सोलर बेस पब्लिक इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन (Solar Base Public Electric Vehicle Charging Station) का उद्घाटन किया गया। लेकिन इसमें वाहनों के चार्ज होने के समय और शुल्क को देखते हुए इसके सफल होने पर शुभारंभ के साथ ही सवाल उठने लगे हैं। यहां दोपहिया वाहनों (Two Wheelers) को ही चार्ज होने में 3 घंटे लगेंगे तो कार चार्ज होने में 6 से 8 घंटे लग जाएंगे। इसी मुसीबत के चलते इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रसार नहीं हो पा रहा है और यह केवल शहर का वाहन बनकर रह गए हैं।
कंपनी के एक्सपट्र्स ने बताया कि इस स्टेशन पर एक साथ 6 वाहन चार्ज हो सकते हैं। इनमें दोपहिया से लेकर ई-रिक्शा और कार तक चार्ज हो सकते हैं। यह स्लो चार्जिंग स्टेशन होने के कारण दोपहिया को फुल चार्ज करने में 3 घंटे का समय लेगा। इसके लिए 4 यूनिट बिजली की खपत होगी, जिसका 15 रुपए प्रति यूनिट की दर से भुगतान वाहन मालिक को करना होगा। इस तरह दोपहिया को तीन घंटे में फुल चार्ज करने के बाद वाहन मालिक को 60 रुपए चुकाना होंगे।
26 यूनिट में चार्ज होगी कार
अधिकारियों ने बताया कि इस स्टेशन पर कार को चार्ज होने में 6 से 8 घंटे का समय लगेगा। इसमें करीब 26 यूनिट बिजली खर्च होगी। 15 रुपए प्रति यूनिट की दर से इसमें 390 रुपए चुकाने के बाद भी वाहन मालिक को 6 से 8 घंटे इंतजार करना होगा। इसे देखते हुए कहा जा रहा है कि इसके स्थान पर अगर फास्ट चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएं तो ज्यादा बेहतर होगा।
ऑनलाइन बुकिंग और पेमेंट
यहां वाहनों को चार्ज करने के लिए ईवीवाय ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन के बाद सेवा का लाभ लिया जा सकता है। इसमें उपभोक्ता प्री-बुकिंग कर एवं प्री-पैड रिचार्ज कर चार्जिंग स्टेशन का उपयोग कर सकते हैं। यानी भुगतान भी पहले ही ऐप के माध्यम से करना होगा।
इंदौर में बनेंगे 47 स्टेशन, इनमें 10 ही फास्ट
अधिकारियों की मानें तो शहर में एआईसीटीएसएल द्वारा 47 स्थानों पर ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने और लोगों की सुविधा के लिए सोलर बेस इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाना हैं। इनमें 37 स्लो चार्जर और 10 फास्ट चार्जर लगाए जाना हैं। एक स्लो चार्जिंग स्टेशन की लागत 15 लाख रुपए है।
सौर ऊर्जा से चलेगा स्टेशन… सूरज की रोशनी नहीं तो बंद
यह प्रदेश का पहला ऐसा चार्जिंग स्टेशन है जो सौर ऊर्जा से संचालित होगा। इसलिए यहां चार्जिंग स्लो होगा। इंदौर में इस तरह के और भी स्टेशन बनना है, लेकिन बादल छाए रहने के कारण सूरज नहीं निकलेगा तो चार्जिंग पर भी असर पड़ेगा और चार्जिंग में देरी हो सकती है।
फुटपाथों पर ही बना दिए चार्जिंग स्टेशन
नगर निगम ने नियम-कानूनों को तोडक़र फुटपाथों पर ही चार्जिंग स्टेशन बना दिए हैं, जो नागरिक सुविधा के हनन की श्रेणी में आता है। इन फुटपाथों की चौड़ाई भी केवल 3 फीट है और वाहनों की लंबाई 8 से 9 फीट होती है, यानी वाहन 5 से 6 फीट तक सडक़ घेरेंगे। वहीं चार्जिंग के लिए नोजल लगाने के लिए भी जगह चाहिए। इस तरीके से वाहन आधा बाहर सडक़ पर आ जाएगा। ऐसे में यदि किसी वाहन को टक्कर लगती है तो उसकी जिम्मेदारी भी वाहन चालक की ही होगी। यदि किसी जागरूक नागरिक या संस्था ने न्यायालय का दरवाजा खटखटा दिया तो यह चार्जिंग स्टेशन बंद भी हो सकते हैं।
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