नई दिल्ली (New Delhi)। भारत और वेस्टइंडीज (India and West Indies) पर 3 अगस्त को त्रिनिदाद और टोबैगो में खेले गए पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच (first t20 international match) के दौरान धीमी ओवर गति के कारण जुर्माना (Penalty for slow over rate) लगाया गया है।
भारत पर न्यूनतम ओवर गति से एक ओवर कम होने के कारण मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया गया, जबकि वेस्टइंडीज पर न्यूनतम ओवर गति से दो ओवर कम रहने के कारण मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।
एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी के रिची रिचर्डसन ने हार्दिक पंड्या और रोवमैन पॉवेल की टीमों को निर्धारित समय में लक्ष्य से क्रमशः एक और दो ओवर कम होने के कारण यह सजा दी है।
खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहायता कर्मियों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, जो न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों से संबंधित है, खिलाड़ियों को उनकी टीम द्वारा आवंटित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहने पर हर ओर के हिसाब से उनकी मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है। इस मामले में खिलाड़ी पर अधिकतम मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लग सकता है।
पांड्या और पॉवेल ने अपराध स्वीकार करते हुए प्रस्तावित प्रतिबंधों को स्वीकार कर लिया है, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी। मैदानी अंपायर ग्रेगरी ब्रैथवेट और पैट्रिक गुस्टर्ड, तीसरे अंपायर निगेल डुगुइड और चौथे अंपायर लेस्ली रीफ़र ने आरोप लगाए थे। वेस्टइंडीज ने यह मैच 4 रन से जीतकर पांच मैचों की टी-20 श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।
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