श्योपुर: श्योपुर (Sheopur) के कूनो नेशनल पार्क Kuno National Park) में हाल ही में हुई मादा चीता धात्री (female cheetah nurse) की मौत फ्लाई लार्वा संक्रमण (fly larva infestation) के कीड़े पड़ने से हुई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद इसका खुलासा हुआ है. नामीबिया के जीसीएफ (GCF of Namibia) ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. इसके बाद अन्य चीतों की जांच की जा रही है.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि धात्री चीते को फ्लाई लार्वा संक्रमण हो गया था. उसके शरीर में कीड़े पड़ गए थे. उसे हेल्थ चेकअप के लिए ट्रेंकुलाइज किया जाता, इससे पहले उसकी मौत हो गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद हुए खुलासे ने एक बात तो स्पष्ट कर दी है कि चीतों की लगातार हो रही मौतों के बाद भी वन अमले ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. रेडियो कॉलर की वजह से पवन सहित कुछ अन्य चीतों को भी इस तरह का इन्फेक्शन होने के बाद गर्दन में कीड़े पड़ गए थे.
उसके बाद पार्क प्रबंधन ने एक के बाद एक 6 चीतों के रेडियो कॉलर निकाल दिए. अन्य चीतों के हेल्थ चेकअप का काम भी शुरू किया गया है. अब सवाल उठ रहे हैं कि जब कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों को इस बात की जानकारी हो गई कि रेडियो कॉलर से चीतों को इंफेक्शन हो रहा है और यह उनकी मौत की वजह भी बन रहा है. फिर धात्री को इतने दिनों तक ट्रेंकुलाइज क्यों नहीं किया गया. निर्वा नाम की मादा चीता अभी भी लापता है. उसका अभी तक सुराग नहीं लग पाया है. उसे लेकर भी लोग तरह-तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं. लोग पूछ रहे हैं कि निर्वा जिंदा और स्वस्थ है, तो वह कहां पर है. कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं.
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