नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के इकलौते लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू (Lok Sabha MP Sushil Kumar Rinku) को गुरुवार को संसद के शेष मानसून सत्र (rest of monsoon session) के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है. दिल्ली सेवा विधेयक (Delhi Service Bill) के लोकसभा में पारित होने के बाद वह सदन के वेल में आ गए और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला पर कागज फाड़कर फेंक दिए. इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर हंगामा करने के लिए राज्यसभा से पार्टी सांसद संजय सिंह को राज्यसभा से पहले ही पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जा चुका है. लिहाजा सुशील कुमार रिंकू पूरे सत्र के लिए निलंबित होने वाले AAP के दूसरे नेता हैं.
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सुशील कुमार रिंकू को शेष मानसून सत्र के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया. स्पीकर ओम बिरला ने अपने फैसले की घोषणा करने से पहले सदन की मंजूरी मांगी. इस बीच, सदन में हंगामे के बीच दिल्ली सेवा विधेयक लोकसभा में पारित हो गया. विधेयक पारित होने के बाद कई विपक्षी सदस्य सदन से बाहर चले गए. हालांकि अब यह बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा. इसी दौरान रिंकू सदन के वेल में आ गए और उन्होंने कागज फाड़कर ओम बिड़ला की ओर फेंक दिए.
निलंबन की कार्रवाई होने के बाद AAP सांसद सुशील कुमार रिंकू ने कहा कि जब निर्वाचित सरकार की शक्तियां गैर-निर्वाचित और नौकरशाहों को दी जाती हैं तो यह एक तरह से संविधान का अपमान है. उन्होंने कहा कि अदालत तय करेगी कि कौन भ्रष्ट है और कौन नहीं? मुझे इस बात का अफसोस नहीं है कि लोगों के लिए आवाज उठाने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए मुझे निलंबित कर दिया गया.
सुशील कुमार रिंकू पंजाब के जालंधर की लोकसभा सीट से सांसद हैं. AAP से पहले वह कांग्रेस में थे, लेकिन पार्टी विरोधी एक्टिविटी की वजह से उन्हें निष्कासित कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था. 10 मई को जालंधर में हुए लोकसभा उपचुनाव जीतकर वह संसद पहुंचे थे. मौजूदा संसद सत्र के पहले दिन 20 जुलाई को सदस्य के रूप में शपथ ली थी.
इससे पहले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संजय सिंह को संसद के पूरे मॉनसून सत्र से निलंबित कर दिया था. राज्यसभा के नेता पीयूष गोयल ने संजय सिंह को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया था. इसे ध्वनिमत से पास कर दिया गया. संजय सिंह को ‘अमर्यादित व्यवहार’ के कारण निलंबित किया गया है. दरअसल, 24 जुलाई को विपक्ष मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग पर अड़ा था. तब सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस पर प्रश्न काल में चर्चा की जाएगी. हालांकि, प्रश्न काल कुछ ही मिनटों तक चला. इसके बाद संजय सिंह सभापति की कुर्सी के पास तक आ गए. सभापति ने उन्हें वापस जाने को कहा, लेकिन वो माने नहीं. बाद में पीयूष गोयल ने उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव रखा.
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