- प्रतिदिन का जलप्रदाय तो शुरु हुआ लेकिन नलों से आ रहा है दूषित और बदबूदार पानी
उज्जैन। शहर का गंभीर डेम पूरी क्षमता से भरने के बाद 31 जुलाई से नियमित जलप्रदाय शुरु हो गया था लेकिन पानी बदबूदार आ रहा है जबकि एक दिन छोड़कर जब जलप्रदाय हो रहा था तो पानी का स्तर अधिक अच्छा था। ऐसे में लोगों को बारिश में बीमारी का खतरा बन गया है। उज्जैन शहर की जनता की प्यास बुझाने वाले एकमात्र गंभीर डेम का पानी जब कम हुआ तो नगर निगम ने निर्णय लिया कि शहर की जनता को एक दिन छोड़कर पानी दिया जाएगा। लेकिन जब बारिश हुई और गंभीर डेम पूरी तरह से भर आया। हालात यह हो गए कि रोज डेम के एक दो गेट खोलकर पानी को बहाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में नगर निगम महापौर मुकेश टटवाल और अधिकारियों ने कहा कि गंभीर डेम में पानी जब पूरी क्षमता से आ चुका है तो अब शहर की जनता को प्रतिदिन जल प्रदाय किया जाना चाहिए।
हालात यह थे कि गंभीर डेम के अंदर तो पानी आ चुका था लेकिन पानी सप्लाई करने की जो व्यवस्था थी वह दुरुस्त नहीं थी और उसी हालत में 31 जुलाई से प्रतिदिन जल वितरण शुरू कर दिया गया। रोज सुबह पानी देने की शुरुआत को अभी 3 दिन ही हुए हैं और शहर की जनता प्रतिदिन जल वितरण व्यवस्था से नाराज दिखाई देने लगी है। उसका कारण यह है कि नलों से रोज सुबह जो पानी आ रहा है, वह बहुत गंदा और मटमैला है। लोगों का कहना है कि पानी इस तरह गंदा रहता है कि पीना तो दूर है, इस पानी से नहाया भी नहीं जा सकता। गंदे पानी की शिकायत रोज नगर निगम पार्षदों, महापौर, और अधिकारियों के पास पहुंच रही है। आम जनता का कहना है कि भले ही 1 दिन छोड़कर पानी दो लेकिन पानी साफ और स्वच्छ दो। शहर में गंदा पानी आने की शिकायत के संबंध में नगर निगम के जल कार्य प्रभारी प्रकाश शर्मा ने अग्निबाण को बताया कि अभी डेम में बहता हुआ पानी है इसी पानी में से रोज जल वितरण हो रहा है। जब तक यह पानी रुकेगा नहीं पानी रुकने के बाद उसे पूरी तरह सेट किया जाता है। सेट करने के बाद केमिकल भरपूर मात्रा में डाला जाता है। केमिकल अभी डाला जा रहा है लेकिन वह पानी के साथ बह जाता है। पानी की आवक बहुत मात्रा में है जब तक गेट बंद नहीं होंगे तब तक पानी रुकेगा नहीं तब तक सटल नहीं होगा इसलिए नलों से कुछ मटमैला पानी आ रहा है।