इंदौर (Indore)। फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह से दुबई और आसपास के देशों में छोटी-मोटी नौकरी करने वाले कुछ लोगों द्वारा भी मार्कशीट बनवाने की बात सामने आई है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। वहीं इस मामले में कल एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। उसने एक दर्जन लोगों को डिग्री बेचना कबूला है।
विजयनगर पुलिस ने तीन दिन पहले फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर एक हजार से अधिक फर्जी डिग्री जब्त की थीं। इस मामले में पुलिस ने दिनेश तिलोरे, मनीष राठौर, मुकेश तिवारी और नीतेश शर्मा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कल एक और आरोपी आशीष पगारे को भंवरकुआं क्षेत्र से गिरफ्तार किया। उसने एक दर्जन डिग्री बनवाने की बात कबूली है। उससे ये डिग्री जब्त कर ली गई हैं। पुलिस अब दिल्ली की लिंक पर काम कर रही है, जहां रिया और उसके गिरोह के लोग डिग्री बनाकर कोरियर से यहां भेजते थे। उनके बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकाली जा रही है।
वहीं आरोपियों ने बताया कि उनके पास कुछ ऐसे लोग भी आते थे, जो दुबई में छोटी-मोटी नौकरी करना चाहते थे, जिसके लिए उन्हें 12वीं की मार्कशीट की आवश्यकता होती है। आशंका है कि इन फर्जी डिग्री से कई लोग देश के अलावा दुबई और अन्य शहरों में नौकरी भी कर रहे हैं। इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस के हाथ कुछ रिकार्ड लगा है। उसकी भी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है इस पूरे मामले में सबसे पहले पकड़ाया दिनेश मूल रूप से खंडवा के पास के एक गांव का रहने वाला है। उसके पिता वहां खेतीबाड़ी करते हैं। पुलिस को जानकारी लगी है कि मुकेश ने फर्जी मार्कशीट से कमाए रुपए से वहां भी संपत्ति खरीदी है।
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