इंदौर। प्रदेश की सबसे बड़ी देवी अहिल्याबाई होलकर फल एवं सब्जी मंडी (चोइथराम मंडी) में अव्यवस्था के कारण किसान व व्यापारी परेशान हैं। वाहनों के जाम से हरी सब्जियों और टमाटर की गाडिय़ों को अंदर जाने में मशक्कत करना पड़ रही है। दरअसल, मंडी प्रशासन कृषि विपणन बोर्ड के 50 वर्ष पूरे होने पर रजत जयंती समारोह मना रहा है और इसके लिए मंडी में बैरिकेडिंग की गई थी, जिसके कारण रात से ही जाम की स्थिति बनी रही।
मध्यप्रदेश कृषि विपणन संघ के 50 वर्ष पूरे होने पर स्थानीय स्तर पर सभी कृषि उपज मंडियों में तीन दिवसीय समारोह मनाया जा रहा है। इंदौर में भी 1 अगस्त से 3 अगस्त तक अलग-अलग समारोह आयोजित किए गए हैं। 1 अगस्त को श्रेष्ठ काम करने वाले मंडी सचिवों का सम्मान किया गया। आज रक्तदान शिविर और सर्वाधिक मंडी टैक्स देने वाले 20 व्यापारियों का सम्मान किया जाएगा। गुरुवार को हम्माल-तुलावटियों के सम्मान के साथ संगोष्ठी होगी। यह सभी कार्यक्रम सबसे व्यस्ततम चोइथराम मंडी में आयोजित हो रहे हंै। इसके लिए बाकायदा बैरिकेडिंग भी की गई है, जो जाम और परेशानी का कारण बन गई है। मंडी प्रशासन ने आयोजन कराने के लिए भीड़भाड़ वाली मंडी को चुन लिया। यहां रोजाना 10 से 12 हजार किसान, व्यापारी, हम्माल, तुलावटी व अन्य लोगों की आवाजाही होती है। सैकड़ों लोडिंग वाहन आते हैं, जिनमें गुजरात और महाराष्ट्र के अलावा अन्य राज्यों से भी आने वाले वाहन शामिल हैं। स्वर्ण जयंती आयोजन के लिए मंडी प्रशासन ने ऑफिस के सामने मंच लगाकर आसपास बैरिकेडिंग की है। इस कारण बड़े वाहन ठीक से खड़े नहीं हो पाए, न ही निर्धारित स्थान पर पहुंच पाए। वहीं हरी सब्जी बेचने वाले स्थान पर भी लोगों को दिक्कत रही। व्यापारी और किसान अपने माल की ठीक से खरीदी-बिक्री नहीं कर पाए। कल गुरुवार को भी मंडी में रजत जयंती का आयोजन है। आज की परेशानी को देखते हुए ज्यादातर किसानों ने कल मंडी नहीं आने का मन बना लिया है।
टमाटर में 50 से 70 प्रतिकिलो का नुकसान
टमाटर के दाम पिछले डेढ़ महीने से सुर्खियों में बने हुए हैं। आज इंदौर की मंडी में महाराष्ट्र के किसानों को जाम और अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। किसानों का कहना है कि 3500 रु. प्रति कैरेट बिकने वाला टमाटर 2500 से 2700 रुपए प्रति कैरेट में बेचना पड़ा, जिससे बाहर से आए किसानों को 50 से 70 रुपए प्रतिकिलो का नुकसान हुआ। हरी सब्जी बेचने के लिए आए किसानों की भी ऐसी ही हालत रही। दरअसल मंडी में किसानों को उपरोक्त स्थान पर बैरिकेडिंग होने के कारण स्थान नहीं मिल पाया। इसके अभाव में कम दामों में सब्जियां बेचकर मायूस घर लौटना पड़ा।
व्यवस्थाएं की जा रही हंै, दिक्कत नहीं आने दी जाएगी
स्वर्ण जयंती समारोह प्रदेश स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। चोइथराम मंडी में आयोजन करने को लेकर उच्च अधिकारियों ने निर्णय लिया था। चुनिंदा व्यापारियों से चर्चा भी की गई थी। किसी प्रकार की कोई दिक्कत रहती है तो उसे दूर किया जाएगा। बड़ा आयोजन है, सबको साथ देना चाहिए।
-नरेश परमार, मंडी सचिव
रात से सुबह तक जाम, अव्यवस्था
बैरिकेडिंग के कारण मंडी में बड़ी गाडिय़ों की से आवाजाही बार-बार जाम की स्थिति बन रही है। रात से सुबह तक लोगों को अंदर से बाहर निकलने के लिए घंटों मशक्कत करना पड़ रही है। सुबह 6 बजे जहां सब्जियां पहुंचती हैं वहां 10 बजे तक नहीं पहुंची हैं। खासकर खेरची मंडियों, बड़ी होटलों में छोटे व्यापारी स्कूटर, मोटरसाइकिल का उपयोग कर सब्जिया ले जाने की मशक्कत करते देखे जा रहे हैं।
-सलीम चौधरी, सब्जी व्यापारी
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