नई दिल्ली। यदि कोई शख्स मर रहा हो तो इंसानियत कहती है कि उसे बचाने की हर कोशिश की जाए। लेकिन अमेरिका (America) में मानवता को तार-तार करने वाला मामला सामने आया है। डाउनटाउन के नॉक्सविले शहर (downtown knoxville city) में एक 30 साल का युवक टेनेसी नदी (Tennessee River) में डूब रहा था। मौके पर पुलिस भी थी। लेकिन युवक को बचाने के बजाय पुलिसवाले उसे मरते हुए देखते रहे।
युवक करीब 13 मिनट तक नदी में जिंदगी-मौत से जूझता रहा। आखिरकार वह जिंदगी की जंग हार गया। इससे आहत युवक की मां ने अपने बेटे की मौत के लिए पुलिसवालों को जिम्मेदार ठहराया है और उन पर चार मिलियन डॉलर (40 लाख रुपए) का जुर्माना लगाया है। मिरर के मुताबिक, नॉक्सविले शहर का रहने वाला 30 वर्षीय मिका व्हीलर क्लैबो ट्री सर्जन था। वह गलत संगत में पड़कर अफीम का नशा करने लगा था। मां ने तंग आकर उसे रीहैब सेंटर भेज दिया। लेकिन वह बीमार पड़ गया तो उसे वापस लौटना पड़ा। अचानक एक दिन वह लापता हो गया। मां ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई।
कुछ दिनों के बाद क्लैबो को नॉक्सविले शहर में टेनेसी नदी के किनारे लोगों ने उसे उदास बैठे देखा। उस वक्त क्लैबो ने सिर्फ अंडरवियर और टीशर्ट पहन रखी थी। सूचना पाकर पुलिस भी पहुंची। पुलिस को देखकर क्लैबो घबरा गया और वह नदी की तरफ बढ़ा। अचानक वह नदी में गिर गया और उसके गले में समुद्री शैवाल उलझ गईं। मां की तरफ से किए गए मुकदमे में जिक्र है कि पुलिस अधिकारियों ने क्लैबो को बाहर निकलने के लिए कहा। उसकी तत्काल मदद नहीं की गई। पुलिस नाव का इंतजार करती रही। करीब 15 मिनट तक क्लैबो को तैरकर बाहर निकलने के लिए कहा गया। उसकी किसी ने मदद नहीं की।
मुकदमे में दावा किया गया है कि रेस्तरां के बाहर के कर्मचारियों को फ्लोटेशन डिवाइस, एक टो-स्ट्रैप और एक छोटी नाव जैसी मदद की पेशकश करते हुए पुलिस कैमरे के फुटेज में सुना जा सकता है। ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। अब क्लैबो की मां ने यह कहते हुए पुलिस विभाग पर मुकदमा किया है कि उनके बेटे को नहीं बचाया गया। मां ने कहा कि क्लैबो उच्च बुद्धि वाला एक असाधारण व्यक्ति था और उत्कृष्ट प्रतिष्ठा वाला एक मास्टर आर्बोरिस्ट था।
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