नई दिल्ली: मणिपुर (Manipur) में महिलाओं से दरिंदगी का वीडियो 19 जुलाई को सामने आया था. जिस मोबाइल फोन से यह वीडियो रिकॉर्ड (video record) किया गया था, वह बरामद हो गया है. इतना ही नहीं, पुलिस ने यह मोबाइल फोन सीबीआई को सौंप दिया है. एजेंसियों के मुताबिक ऐसी उम्मीद की जा रही है कि जिस फोन से यह घृणित वीडियो लीक (disgusting video leaked) किया गया था, उसकी जांच होने के बाद सिलसिलेवार घटनाओं का पता लगाया जा सकेगा. ये केस को सीबीआई (CBI) को सौंपा जा रहा है.
वहीं, मणिपुर में सेना, CRPF और CAPF के 35000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों ने मैतेई बहुल घाटी इलाकों और कुकी बहुल पहाड़ी इलाकों के बीच एक बफर जोन बनाया है. भारत-म्यांमार बॉर्डर पर बाड़ लगाने का काम पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास चल रहे हैं. अब तक मणिपुर-मिजोरम सीमा पर 10 किलोमीटर की बाड़ लगाने का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही सर्वे का काम युद्धस्तर पर जारी है. कोशिश ये की जा रही है कि पूरे बॉर्डर पर कंटीले तार लगाए जाएं. एजेंसियों को जल्द से जल्द बॉर्डर पर बाड़ लगाने का काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
19 जुलाई को मणिपुर का घृणित वीडियो वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि दो महिलाओं को नग्न घुमाने की घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया है. उन्होंने संसद परिसर में कहा कि मैं लोकतंत्र के इस मंदिर के सामने खड़ा हूं तो मेरा दिल पीड़ा और गुस्से से भरा हुआ है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. कानून अपनी पूरी शक्ति और दृढ़ता से काम करेगा. मणिपुर की इन बेटियों के साथ जो हुआ उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved