इन्दौर (Indore)। मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में जल्द ही खाद्य औषधि विभाग द्वारा बाजारों में बिकने वाले ताजे फल और सब्जियों में रसायनों के उपयोग को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार के फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथोरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) द्वारा सभी राज्यों के खाद्य सुरक्षा आयुक्तों को पत्र लिखते हुए निर्देश जारी किए गए हैं।
आदेश में लिया गया है कि पूरे देश से इस तरह की जानकारी मिल रही है कि ताजे फल और सब्जियों में बड़ी मात्रा में कीटनाशकों और इन्हें जल्द पकाने के लिए रसायनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये रसायन मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारण हो सकते हैं। इसलिए इनकी रोकथाम के लिए खाद्य सुरक्षा आयुक्त सभी जिलों में खाद्य औषधि विभाग की टीमों के माध्यम से विशेष जांच करवाएं। गड़बड़ी पाई जाने पर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड (कंटेंमेंट्स, टॉक्सीन एंड रेसीड्यूस) रेग्यूलेशन 2011 के तहत कार्रवाई की जाए। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही इंदौर में जांच अभियान शुरू किया जाएगा। ऐसी गड़बड़ी पाई जाने पर आरोपी को बड़े जुर्माने से लेकर जेल की सजा तक का प्रावधान है।
फल और सब्जियों को जल्दी पकाने और बड़ा करने के लिए होता है उपयोग
विशेषज्ञों ने बताया कि फसलों को कीटों से बचाने के लिए कीटनाशकों का उपयोग तो एक सीमा तक मान्य है, लेकिन फल और सब्जियों को जल्दी पकाने और बड़ा करने के लिए इनमें अलग-अलग रसायनों का उपयोग किया जाता है। ये रसायन इन पदार्थों के उपयोग के साथ शरीर में प्रवेश करते हैं व कई गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं। किसान और व्यापारी थोड़े लालच के चक्कर में इनका काफी उपयोग करते हैं। इन्हें पकडऩे के लिए खेतों से लेकर गोदामों और मंडियों तक में जांच की जरूरत है।
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