नई दिल्ली (New Dehli) । रात (Night )को बार-बार नींद (Sleep) खुल जाती है और पैरों में दर्द या इनसोमनिया जैसी समस्या (Problem) परेशान करती रहती है तो सबसे पहले अपने लीवर (Lever) फंक्शन (function) का टेस्ट (Tes)t करवाएं। ये फैटी लीवर की निशा्नी है।
नींद ना आने की समस्या बहुत सारे लोगों को परेशान करती है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो रात को नींद खुल जाने की वजह से परेशान रहते हैं। क्योंकि कई बार रात को नींद खुल जाने के बाद दोबारा नहीं आते। ऐसे में कई सारे हेल्थ इश्यूज होने लगते हैं। वहीं रात को बार-बार नींद खुलने को इनसोमनिया की बीमारी कहा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आपकी नींद रात को 1 बजे से लेकर 4 बजे के बीच में खुल जाती है तो इसका कारण आपका लिवर हो सकता है।
लिवर डैमेज होने की है निशानी
जर्नल ऑफ नेचर एंड साइंस ऑफ स्लीप की रिपोर्ट के मुताबिक रात को नींद में डिस्टर्बेंस लिवर डैमेज होने के लक्षण होते हैं। रात को 1 बजे से लेकर 4 बजे के बीच नींद खुलने का कॉमन कारण लिवर प्रॉब्लम है।
कैसे लिवर और नींद एक दूसरे से रिलेट करते हैं
बॉडी के अंगों को सिस्टमेटिक ढंग से काम करने के लिए सर्काडियन क्लॉक या बॉडी क्लॉक खास रोल निभाती है। जो कि दिन और रात के हिसाब से काम करती है। रात को 1-3 बजे के बीच लिवर बॉडी को डिटॉक्सीफाई करने और सफाई करने का काम सबसे ज्यादा तेजी से करता है। अगर लिवर में फैट जमा है और नॉनएल्कोहलिक फैटी लिवर डिसीज है तो वो ठीक तरीके से काम नहीं करता तो बॉडी को डिटॉक्सीफाई के लिए ज्यादा एनर्जी लगानी पड़ती है। जिसकी वजह से नर्व सिस्टम नींद से उठने के लिए संकेत देने लगता है।
इन वजहों से होती है नींद डिस्टर्ब
लिवर खराब होने की वजह से इनसोमनिया, रेस्टलेस लेग सिंड्रोम, दिन में नींद आने और नींद ना आने की समस्या परेशान करती है। अगर रात को बार-बार नींद खुल जाती है तो सबसे पहले अपने लिवर फंक्शन का टेस्ट करवाएं। जिससे कि नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर जैसी समस्या को कम करने के उपाय किए जा सकें।
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