जबलपुर। लड़की ने पहले प्रेमजाल में लड़के को फंसाया, फिर एसडीएम बनने का स्वांग रचा और एक दिन रुपये और सामान लेकर चंपत हो गयी। मदनमहल पुलिस ने 2022 के इस मामले में भाई-बहिन को गिरफ्तार कर लिया है। महिला ने मैट्रिमोनियल साइट पर जबलपुर के युवक से शादी के लिए हां की। कुछ दिन बाद बताया कि उसका एमपीपीएससी में सिलेक्शन हो गया है। एसडीएम की ट्रेनिंग जबलपुर में है। महिला ने युवक से 9.5 से 10 लाख रुपए एडवांस लिए। एक से डेढ़ लाख रुपए का घरेलू सामान लिया। युवक ने उसे जबलपुर में खुद से किराए का मकान दिलाकर ठहराया। 6 महीने बाद वह फरार हो गई। मामले में आरोपियों की मां फरार है। मामला नवंबर 2022 में दर्ज किया था। मदन महल थाना इलाके के आमनपुर में रहने वाले विकास तिवारी की शादी.कॉम के जरिए श्वेता तिवारी से पहचान हुई थी। दोनों ने एक-दूसरे को पसंद किया।
मेल-मुलाकात भी हुई
विकास ने अपनी शिकायत में बताया था कि इटारसी में रहने वाली श्वेता तिवारी ने अपनी मां निशा और भाई सौरभ मुलाकात भी करवाई थी। कुछ दिन बाद श्वेता ने बताया कि उसका एमपीपीएससी में सिलेक्शन हो गया है। उसकी एसडीएम ट्रेनिंग जबलपुर में होना है। जबलपुर में उसे कोई नहीं जानता। रहने के लिए कोई जगह भी नहीं है।
सारा सामान समेटकर फरार
विकास को लग रहा था कि श्वेता एसडीएम की ट्रेनिंग कर रही है। 2022 के आखिर में श्वेता तिवारी अचानक बिना बताए मकान को खाली कर गायब हो गई। विकास ने अपने साथ हुई घटना की शिकायत मदनमहल थाना पुलिस में की। केस की जांच कर रहे मदनमहल थाने में पदस्थ एसआई दीपचंद राय ने बताया नवंबर 2022 में हुए ठगी के केस को लेकर मदनमहल पुलिस ने श्वेता तिवारी और उसके भाई नर्मदापुरम जिले के इटारसी से गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी की मां को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
किराए से दिलाया मकान
जानकारी के मुताबिक विकास ने जनवरी 2022 में माढोताल थाना इलाके के रिमझा में उसे चार हजार रुपए प्रतिमाह पर मकान दिलवा दिया। किराया वह खुद देता था। श्वेता के कहने पर उसने उसे टीवी, सोफा, वॉशिंग मशीन, बेड, फ्रिज और दूसरी चीजें भी लेकर दीं। अपनी जमीन 9.50 लाख रुपए में बेचकर रकम भी श्वेता को दे दी।
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