टोक्यो (Tokyo)। जापानी प्रधानमंत्री कार्यालय (Japanese Prime Minister’s Office- PMO) ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा कि उत्तर कोरिया ( North Korea ) ने एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल (suspected ballistic missile launched) लॉन्च की है। जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Prime Minister Fumio Kishida) ने अधिकारियों को पर्याप्त जानकारी जुटाने का प्रयास करने, विश्लेषण करने और उन्हें बताने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को विमान, जहाजों और अन्य संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयारी सहित एहतियात के सभी उपाय करने का भी निर्देश दिया। जापानी पीएम के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, उत्तर कोरिया ने एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की है। आगे अभी और अपडेट आएंगे।
एक अन्य ट्वीट में जापानी पीएम के कार्यालय ने कहा, “जानकारी इकट्ठा करने और विश्लेषण करने के लिए अधिकतम प्रयास करें और जनता को शीघ्र और पर्याप्त जानकारी प्रदान करें। विमान, जहाजों और अन्य संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। एहतियात के लिए सभी संभव उपाय करें, जिसमें आपातकालीन स्थिति के लिए तैयारी भी शामिल है।”
एक विदेशी समाचार एजेंसी ने दक्षिण कोरियाई ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) के हवाले से बताया कि शनिवार को उत्तर कोरिया ने पीले सागर में कई क्रूज मिसाइलें दागीं। जेसीएस के अनुसार, दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया अधिकारी दागी गई मिसाइलों के प्रकार और अन्य विवरणों के बारे में अधिक जानकारी के लिए सुबह लगभग 4:00 बजे (स्थानीय समय) हुए प्रक्षेपणों का विश्लेषण कर रहे हैं।
जेसीएस ने कहा कि हमारी सेना ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ घनिष्ठ सहयोग करते हुए और दृढ़ तत्परता बनाए रखते हुए निगरानी और सतर्कता बढ़ा दी है। उत्तर कोरिया द्वारा पूर्वी सागर में कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागने के ठीक तीन दिन बाद क्रूज मिसाइल लॉन्च की गई है। यह 40 से अधिक वर्षों में परमाणु-सक्षम अमेरिकी पनडुब्बी की बंदरगाह यात्रा और दक्षिण कोरिया-अमेरिका परमाणु सलाहकार समूह के उद्घाटन सत्र के बाद कोरियाई प्रायद्वीप पर बढ़े तनाव के बीच भी हुआ है।
यूएसएस केंटुकी (एसएसबीएन 737), एक 18,750 टन की ओहियो श्रेणी की परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी (एसएसबीएन) है, जो उत्तर कोरियाई सैन्य खतरों के खिलाफ अपनी ताकत के प्रदर्शन के रूप में बंदरगाह यात्रा के तीन दिन बाद शुक्रवार को बुसान नौसैनिक अड्डे से रवाना हुई थी। उत्तर कोरिया ने इस यात्रा की निंदा करते हुए कहा था कि एसएसबीएन की तैनाती उसके परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की कानूनी शर्तों के तहत आ सकती है। इसके बाद सियोल ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए प्योंगयांग को चेतावनी दी कि उत्तर कोरिया की ओर से किसी भी परमाणु हमले का मतलब किम जोंग उन के नेतृत्व वाले शासन का अंत होगा।
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